File Photo
File Photo

Loading

गोंदिया. आखिरकार शिक्षकों की नौकरी पर मंडरा रहा संकट टल गया है. सरकार ने स्कूलों की संच मान्यता से आधार की सख्ती हटा ली है. परिणामस्वरूप शिक्षकों को बड़ी राहत मिली है. आधार कार्ड वेलिड छात्रों की संख्या के आधार पर ही संच मान्यता देने का निर्णय सरकार ने लिया था. इसके बाद आधार कार्ड वेलिड के लिए शिक्षकों ने रातभर जागकर आधार कार्ड वेलिडेशन के काम को पूरा किया. लेकिन कई छात्रों के आधार कार्ड वेलिड नहीं होने से छात्र कक्षा में पढ़ने के बाद भी आधार कार्ड वेलिड नहीं होने से संच मान्यता में छात्रों की संख्या को गृहित नहीं माने जाने से शिक्षकों की नौकरी पर खतरा मंडरा रहा था. सालेकसा तहसील में आधार कार्ड वेलिड की समस्या अधिक विकट थी.

कई छात्रों के आधार कार्ड अपडेट नहीं होने से वे वेलिड नहीं हो रहे थे, जिससे शिक्षक परेशान थे. आधार कार्ड आधारित संच मान्यता के चलते कई शिक्षकों की नौकरी पर खतरा मंडरा रहा था. लेकिन सरकार की ओर से आधार वेलिड के आधार पर संच मान्यता की शर्त को शिथिल करते हुए संच मान्यता 30 नवंबर की छात्र संख्या के आधार पर निर्णय लिए जाने से कई शिक्षकों की नौकरी सुरक्षित हो गई है. 80 प्रश. छात्रों के आधार कार्ड वेलिड होने की शर्त पर स्कूलों को अंतरिम संच मान्यता दी गई है. लेकिन छात्रों के नाम में फर्क अथवा अन्य कारण से आधार कार्ड वेलिड नहीं होने से शिक्षकों पर अतिरिक्त होने का खतरा मंडरा रहा था.

अब जिन छात्रों के आधार कार्ड वेलिड नहीं हो सके हैं. जिनके पास आधार कार्ड नहीं है, उन छात्रों की संख्या को संच मान्यता का आधार माना जाएगा. जिन छात्र-छात्राओं के आधार कार्ड वेलिड नहीं हुए हैं, लेकिन वे स्कूल में पढ़ रहे हैं. उनकी जांच शिक्षक विस्तार अधिकारी, केंद्र प्रमुख द्वारा करने की बात विभाग ने कही है.

जिन छात्रों के आधार कार्ड नहीं है, या आधार कार्ड वेलिड नहीं हो सके हैं, उन छात्रों की औसतन उपस्थिति के आधार पर संच मान्यता को ग्राह्य माना जाएगा. लेकिन आधार कार्ड क्यों नहीं है और आधार कार्ड वेलिड क्यों नहीं है, इसकी जांच की जाएगी. दूसरी तरफ छात्र किसी दूसरे सरकारी अनुदानित स्कूल में डुप्लिकेट दिखाई दे रहा है तो वह किस स्कूल में है, इसकी जांच होगी.