dead body
फाइल फोटो/कांसेप्ट इमेज

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पालघर: महाराष्ट्र के पालघर जिले (Palghar News) में बीती देर रात एक अस्पताल में हुए हंगामे से निपटने के लिए पुलिसकर्मियों को भेजा गया। हंगामा तब हुआ, जब पुलिस से बचने की कोशिश में फिसलकर घायल हुए एक युवक को मृत घोषित कर दिया गया। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने दावा किया कि विनोद भोइर (18) को भागते समय दिल का दौरा पड़ा और उसकी मौत हो गई। वहीं, भोइर के रिश्तेदारों ने कहा कि उसे पीटा गया था।

विरार स्थित अस्पताल में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने मीडिया से कहा कि भोइर और उसके दोस्त अगाशी-कोल्हापुर गांव में एक गणपति पंडाल के पास थे, जहां शुक्रवार देर रात लगभग 2.45 बजे अरनाला सागरी थाने का एक गश्ती वाहन पहुंचा। अधिकारी के अनुसार, पुलिस को देखकर भोइर और उसके दोस्त घबरा गए तथा भागने लगे। उन्होंने कहा कि भोइर लड़खड़ा गया और गिर जाने से उसे चोटें आईं।

अधिकारी ने बताया कि भोइर को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घाोषित कर दिया। गुस्साए स्थानीय निवासियों ने भोइर की मौत के लिए पुलिस को दोषी ठहराया और अस्पताल में हंगामा किया, जिसके बाद अधिकारियों को पुलिस बुलानी पड़ी।  युवक के रिश्तेदारों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने भोइर को पीटा था। उनमें से एक ने कहा कि भोइर अपने मोबाइल पर खेल रहा था और गश्ती दल के तीन पुलिसकर्मी नशे में थे।

परिजनों के मुताबिक, पुलिस घायल भोइर को अस्पताल ले जाने के लिए भी तैयार नहीं थी और ग्रामीणों के आग्रह के बाद ही उसने ऐसा किया। रिश्तेदारों ने आरोप लगाया कि भोइर को दूसरे अस्पताल में स्थानांतरित किया जाना था, लेकिन पुलिस वहां से भाग गई। उन्होंने बताया कि इसके बाद युवक को ग्रामीण दूसरे अस्पताल ले गए, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। 

एक रिश्तेदार ने दावा किया कि पुलिसकर्मियों ने लड़कों को गणपति पंडाल में रहने की अनुमति देने के लिए उनसे पैसे मांगे थे। प्रारंभिक खबरों के हवाले से वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि युवक की मौत संभवतः दिल का दौरा पड़ने से हुई, हालांकि सटीक कारण पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा।  (एजेंसी)