महाआवास योजना में जलगांव रहा प्रथम

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जलगांव : केंद्र सरकार (Central Government) की प्रधानमंत्री आवास योजना (Pradhan Mantri Awas Yojana) के साथ-साथ राज्य सरकार (State Government) की ग्रामीण आवास योजना (Rural Housing Scheme) को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए महाआवास योजना (Maha Awas Yojana) लागू की गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना 2024 तक सभी के लिए आवास योजना को पूरा करना है ताकि आम नागरिकों के पास अपना खुद का घर हो। जलगांव जिला (Jalgaon District) महाआवास योजना के तहत नासिक डिवीजन को दिए गए लक्ष्य को प्राप्त करने में पहले स्थान पर है और जलगांव जिले के पारोला, अमलनेर और मुक्ताईनगर इन तीन तहसीले ने अपने लक्ष्य को पूरा में सफलता प्राप्त की है, उक्त जानकारी विभागीय आयुक्त राधाकृष्ण गमे ने दी। 

संभागीय आयुक्त कार्यालय योजना भवन में महाआवास अभियान के तहत उद्देश्यों को पूरा करने वाले जिलों, तहसीलों, ग्राम पंचायतों के साथ-साथ राज्य स्तर पर सर्वश्रेष्ठ जिलों, संगठनों और व्यक्तियों को सरकारी स्थान प्रदान करने के लिए महाआवास अभियान ग्रामीण पुरस्कार दिए गए। उन्होंने कहा कि राज्य में नासिक संभाग का कार्य उल्लेखनीय है और जब नासिक जिले के लक्ष्य पूरा होगा तभी राज्य के लिए रखा गया लक्ष्य पूरा होगा, इसलिए प्रधानमंत्री मोदी के संकल्प के अनुसार 2024 तक सभी जरूरतमंदों और बेघरों को घर दिलाने का प्रयास किया जाए, ऐसी अपील भी संभागायुक्त गमे ने की है। 

25 हजार हितग्राहियों को जमीन उपलब्ध

गमे ने बताया कि महाआवास योजना आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए है और जरूरतमंद नागरिकों को हर उस व्यक्ति की मदद करनी चाहिए, जिसे घर की जरूरत है। उन्होंने बताया कि नासिक संभाग में 32 हजार लाभार्थी भूमिहीन हैं, इनमें से 25 हजार हितग्राहियों को जमीन उपलब्ध करा दी गई है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि जलगांव जिले में 2021-22 के साथ-साथ 2022-23 के तहत आवास देने का लक्ष्य रखा गया था, जिनमें से ज्यादातर लोगों को आवास लक्ष्य को पूरा कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि जलगांव जिले की पारोला, अमलनेर और मुक्ताईनगर तहसील ने लक्ष्य पूरा कर लिया है। 

इनकी उपस्थिति 

उल्लेखनीय है कि जलगांव, अहमदनगर और नंदुरबार जिले प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत शामिल हैं और जलगांव जिले के पारोला, अमलनेर और मुक्ताईनगर तहसील इनमें शामिल हैं। गमे ने बताया कि इस परियोजना के लिए भूमि और रेत उपलब्ध कराने में धरणगांव दूसरे स्थान पर है। कार्यक्रम में आशिमा मित्तल, डॉ. पंकज आसिया, आशीष येरेकर, रघुनाथ गावडे, मनोज चौधरी, परियोजना निदेशक, समूह विकास अधिकारी, ग्राम सेवक, सरपंच, पुरस्कृत संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे।