जलगांव महानगरपालिका के दो कमिश्नर पर कुर्सी पर कोई नहीं!, जानें क्या है पूरा मामला

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    जलगांव : जलगांव महानगरपालिका (Jalgaon Municipal Corporation) में वर्तमान में दो कमिश्नर (Commissioner) हैं, फिर भी कमिश्नर की कुर्सी खाली भी दिखायी दे रही है। प्रशासनिक टकराव में काम का समन्वय न होने के कारण प्रशासन की दृष्टि से जलगांव महानगरपालिका का कामकाज राम भरोसे चल रहा है। मुख्य लेखा परीक्षक चंद्रकांत वानखेडे वर्तमान में जलगांव महानगरपालिका के सभी विभागों के काम की देखरेख करने वाले एकमात्र अधिकारी है। जलगांव महानगरपालिका के कमिश्नर पद अजीबोगरीब दुविधा में फंस गया है। 

    वर्तमान कमिश्नर डॉ. विद्या गायकवाड (Dr. Vidya Gaikwad) का स्थानांतरण होल्ड पर है, इसलिए वे कार्यभार नहीं ले संभाल पा रही हैं। जलगांव के नए कमिश्नर देविदास पवार (Devidas Pawar) ने कमिश्नर का पदभार संभाल लिया है, लेकिन उन्हें नीतिगत निर्णय पर हस्ताक्षर करने का अधिकार नहीं प्रदान किया गया है। इस संबंध में सरकार के कोई ठोस आदेश नहीं दिया गया है। कमिश्नर का पदभार संभालने के बाद भी हस्ताक्षर का अधिकार न मिलने के कारण नए कमिश्नर अभी कुर्सी पर नहीं बैठ रहे हैं। 

    जलगांव महानगरपालिका के नए कमिश्नर के रूप में देवीदास पवार की नियुक्ति के आदेश पिछले दिनों दिए गए थे, पदभार संभालने के बाद वे अपकाश पर चले गए, वे किसी काम से बाहर गए, इसकी कोई जानकारी जलगांव महानगरपालिका प्रशासन के पास नहीं है। पहले की कमिश्नर के स्थानांतरण के आदेश और नवनियुक्त कमिश्नर की ओर से काम शुरु न किए द जाने से कमिश्नर कार्यालय में किसी फाइल पर हस्ताक्षर नहीं हुए हैं। डॉ. विद्या गायकवाड का स्थानांतरण पर रोक लग गई है और नए कमिश्नर ने आने के बावजूद कमिश्नर की कुर्सी खाली क्यों है, ऐसा सवाल यहां के लोग उठा रहे हैं।     

    चंद्रकांत वानखेडे एकमात्र अधिकारी

    महानगरपालिका अभियंता गिरगावकर छुट्टी पर हैं। उपायुक्त प्रशांत पवार का तबादला हो गया है। असिस्टेंट कमिश्नर बाविस्कर छुट्टी पर हैं, इसलिए वर्तमान में मुख्य लेखा अधिकारी चंद्रकांत वानखेडे पर ही पूरी जलगांव के कामकाज का भार आन पड़ा है। शहर में खसरे के प्रकोप को लेकर मंगलवार को उनकी मौजूदगी में बैठक भी हुई। 

    दो मंत्री, फिर भी नहीं सुलझ रहा मसला

    राज्य मंत्रिमंडल में जिले के दो मंत्री हैं। ग्रामीण विकास मंत्री गिरीश महाजन हैं, जबकि जलापूर्ति और स्वच्छता मंत्री गुलाबराव पाटिल हैं। राज्य में सत्ताधारी दल के विधायक सुरेश भोले हैं। जलगांव महानगरपालिका के कमिश्नर के पद पर कौन बैठेगा, इसे लेकर असमंजस की स्थिति सुलझी नहीं बनी हुई है। जब तक कमिश्नर की कुर्सी पर कोई बैठ नहीं जाता असमंजस की स्थिति बनी रहेगी।