जलगांव : गर्मी के मौसम में जिले में पानी (Water) की जबरदस्त किल्लत (Shortage) है। इस किल्लत को दूर करने के लिए जलगांव में सात टैंकरों से जलापूर्ति की जा रही है। जिला प्रशासन ने बताया कि पानी की कमी को दूर करने के लिए इस वर्ष जिले की चार तहसीलों (Four Tehsils) में 7 टैंकरों (Tankers) से जलापूर्ति (Water Supply) की जा रही है। जलगांव जिला पिछले दो वर्ष से टैंकर मुक्त था। हालांकि गर्मी का कहर इस वर्ष फरवरी से ही बरपने लगा था। फिलहाल औसत तापमान 46 डिग्री तक पहुंच गया है। जिले में तापमान 45 डिग्री के आसपास मंडराने से कई ग्रामीण इलाकों में कुएं (Wells) नीचे तक पहुंच गए हैं।
दूसरी ओर, परियोजना में जल स्तर में भी काफी गिरावट आई है, इसके चलते कई जगहों पर पानी की किल्लत हो रही है, इसलिए, जिले में चालीसगांव तालुका 3, भड़गांव 2, भुसावल और परोला 1 में 7-7 पानी के टैंकरों की आपूर्ति की जा रही है। जुलाई 2019 के बाद लगातार तीन मानसून के दौरान औसत से अधिक बारिश होने के कारण टैंकर से जलापूर्ति करने की आवश्यकता नहीं पड़ी। हालांकि जिला प्रशासन ने कहा है कि दो वर्ष में पहली बार ग्रामीण क्षेत्रों में 7 टैंकरों से जलापूर्ति की जा रही है।
जिले में वर्ष 2017-18 के दौरान बहुत कम वर्षा होने के कारण लगभग 225 टैंकरों से पानी की आपूर्ति करने का समय आ गया था। इस बीच तत्कालीन जिलाधिकारी रूबेल अग्रवाल और किशोर राजे निंबालकर के कार्यकाल में जिला प्रशासन और राज्य सरकार ने जल समृद्ध शिवार, गाद मुक्त बांध की अवधारणा के साथ बांधों या नदी नालों से गाद भी हटाई। कुछ स्थानों पर मानसून के मौसम में, पहाड़ी ढलानों से बहने वाले पानी को मिट्टी के बांध, सीमेंट के बांध और खाई खोदकर रोक दिया गया था।