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ठाणे (महाराष्ट्र), महाराष्ट्र (Maharashtra) के रायगढ़ (Raigad) जिले में प्रशासन ने इरशालवाड़ी (Irshalwadi) के पर्वतीय क्षेत्र में भूस्खलन के बाद नागरिकों से सहायता मांगी है। भूस्खलन की इस घटना में कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई और कई मकान नष्ट हो गए। जिला सूचना अधिकारी द्वारा शुक्रवार को जारी अपील में प्रशासन ने कहा कि चौक-नानिवली ग्राम पंचायत की सीमा के भीतर भूस्खलन ने निवासियों पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है और उनके निजी सामान और पशुधन को नुकसान पहुंचा है।

अपील में कहा गया है कि प्रभावित ग्रामीणों को अपना सामान्य जीवन फिर से शुरू करने में मदद करने के लिए अधिकारियों ने नागरिकों से सहायता मांगी है। अपील के मुताबिक, जो लोग धन दान करने में रुचि रखते हैं, वे इसे भारतीय स्टेट बैंक, अलीबाग मुख्य शाखा के साथ जिला आपदा प्रतिक्रिया कोष में भेज सकते हैं।

अपील के अनुसार, राहत सामग्री दान करने के इच्छुक नागरिक एसडीओ कर्जत अनित नायरले और खालापुर के तहसीलदार अयूब तंबोली से संपर्क कर सकते हैं। एक अधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि भूस्खलन आदिवासी गांव में बुधवार रात करीब 11 बजे हुआ। तटवर्ती जिले के खालापुर तहसील में यह गांव पर्वतीय क्षेत्र में स्थित है जो मुंबई से करीब 80 किलोमीटर दूर है। गांव के 228 निवासियों में से 16 के शव बरामद किए गए हैं जबकि 93 निवासियों का पता लगा लिया गया है।

उन्होंने बताया कि 119 ग्रामीणों का अब तक पता नहीं चल पाया है। इनमें वे लोग भी शामिल हैं जो किसी शादी में शामिल होने या धान की रोपाई के काम से गांव से बाहर गए थे। अधिकारियों के अनुसार गांव में करीब 50 मकान हैं, जिनमें से 17 भूस्खलन के कारण ढह गए हैं।