मुंबई: मुंबई पुलिस (Mumbai Police) में रिश्वतखोरी बढ़ती चरम पर है। कोरोना महामारी की तीसरी लहर आने और लॉकडाउन लगाए जाने का अंदेशा बना हुआ है। जिन पर लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी है, वही सुरक्षा के नाम पर रिश्वत (Bribe) लेने में लगे हुए हैं। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) की आए दिन कार्रवाई के बावजूद पुलिसकर्मियों के रिश्वतखोरी पर अंकुश नहीं लग रहा है। एसीबी ने एमआईडीसी पुलिस स्टेशन (MIDC Police Station) के पुलिस अधिकारी विकास नामदेव लोखंडे (33) को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है।
एमआईडीसी पुलिस ने शिकायतकर्ता पर आपराधिक मामला दर्ज किया था। इस मामले की जांच पुलिस उप निरीक्षक विकास नामदेव लोखंडे कर रहे थे। लोखंडे ने शिकायतकर्ता को गिरफ्तार कर कोर्ट में जमानत के लिए नहीं भेजने और उसे टेबल जमानत देने के लिए 20 हजार रुपए रिश्वत की मांग की।
10 हजार लेते हुए ट्रैप
शिकायतकर्ता इतने पैसे नहीं दे पाने की बात कही। बाद में 10 हजार रुपए पर टेबल जमानत देना तय हुआ। शिकायतकर्ता ने लोखंडे को पैसे देने के बजाय एसीबी में उसके खिलाफ शिकायत करने का निश्चय किया। उसकी शिकायत पर एसीबी ने बुधवार को ट्रैप लगाकर 10 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए लोखंडे को रंगे हाथ गिरफ्तार किया।