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    मुंबई: महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री अनिल परब (Anil Parab ) मनी लॉन्ड्रिंग के मामले (Money Laundering Case) में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अधिकारियों के समक्ष पेश हुए। उनसे कई घंटे तक पूछताछ की गई। उन पर दापोली तट क्षेत्र में रिसॉर्ट के निर्माण में तटीय विनियमन क्षेत्र (CRZ) के प्रावधानों के कथित उल्लंघन करने, जमीन के सौदे में हेरा-फेरी और करोड़ों रुपए रिश्वत लेने का आरोप है।

    सूत्रों के मुताबिक, अनिल परब मंगलवार को सुबह 11.20 बजे दक्षिण मुंबई के बल्लार्ड एस्टेट स्थित ईडी कार्यालय पहुंचे। ईडी ने उनसे दापोली के रिसॉर्ट, जमीन सौदे में हेराफेरी और करोड़ों रुपए रिश्वत लेने के विषय में कई घंटे तक पूछताछ की। उन पर गिरफ्तारी की तलवार लटकी हुई है। सोमवार को ईडी ने परब को दूसरी बार समन भेज कर पूछताछ के लिए बुलाया था। इससे पहले ईडी ने अनिल परब को 15 जून को भी तलब किया था, लेकिन शिर्डी में आधिकारिक काम का हवाला देते हुए वह उस दिन पेश नहीं हुए थे।

    अनिल परब के ठिकानों पर हुई थी छापेमारी

    ईडी ने मई 2022 में अनिल परब और अन्य के खिलाफ पीएमएलए के तहत मामला दर्ज कर उनके ठिकानों पर छापेमारी की थी। आरोप है कि दापोली इलाके की एक जमीन को मुंबई के एक केबल ऑपरेटर सदानंद कदम को 2020 में 1.10 करोड़ रुपए में बेच दिया गया था।

    पहले भी हुई थी पूछताछ

    रिसॉर्ट का निर्माण 2017 में शुरू हुआ था और रिसॉर्ट के निर्माण पर 10 करोड़ रुपए से अधिक खर्च किए गए थे। पूर्व मंत्री अनिल देशमुख से जुड़े एक और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी पहले भी परब से पूछताछ कर चुकी है।