मुंबई: सीबीआई (CBI ) ने भ्रष्टाचार के मामले में महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) को गिरफ्तार (Arrested) कर लिया है। सीबीआई ने बुधवार को उन्हें पीएमएलए अदालत (PMLA Court) में पेश किया और उनकी 10 दिन की रिमांड की मांग की। अदालत ने देशमुख को 11 अप्रैल तक सीबीआई की हिरासत में भेज दिया है।
एक दिन पहले ही देशमुख को जेजे हॉस्पिटल (J J Hospital)से डिस्चार्ज किया गया था। वे शनिवार से अस्पताल में भर्ती थे। इसके बाद सीबीआई ने उन्हें गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी। इससे पहले सीबीआई ने देशमुख के पीए कुंदन शिंदे, पीएस संजीव पलांडे और निलंबित सहायक पुलिस निरीक्षक सचिन वझे को हिरासत में लिया था। अदालत ने उन्हें भी 11 अप्रैल तक सीबीआई की हिरासत में भेजा है।
हाईकोर्ट ने याचिका पर सुनवाई से किया इंकार
बॉम्बे हाईकोर्ट ने अनिल देशमुख की याचिका पर सुनवाई से इनकार कर दिया। न्यायाधीश ने याचिका दूसरी पीठ के सामने रखने के निर्देश दिए। देशमुख ने विशेष सीबीआई अदालत के उस आदेश को चुनौती दी थी, जिसमें कथित भ्रष्टाचार के मामले में उनकी हिरासत की मांग वाले सीबीआई के आवेदन को अनुमति दी गई थी।
2 आदेशों को दी थी चुनौती
देशमुख ने मुंबई सीबीआई अदालत और विशेष पीएमएलए अदालत के मनी लॉन्ड्रिंग के तहत पारित 2 आदेशों को चुनौती दी थी, जिसमें अदालतों ने सीबीआई को उनकी हिरासत देने का आदेश दिया था।
100 करोड़ की वसूली का आरोप
अनिल देशमुख पर मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह और बर्खास्त किए गए पुलिस अफसर सचिन वाजे ने गंभीर आरोप लगाए थे। देशमुख ने वझे को मुंबई के बार एवं रेस्टोरेंट से हर महीने 100 करोड़ रुपए की उगाही करने को कहा था।