ईडी ने मुंबई के पुर्व पुलिस आयुक्त संजय पांडे को एनएसई फोन टैपिंग मामले में गिरफ्तार किया
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    मुंबई: मुंबई पुलिस (Mumbai Police) के पूर्व पुलिस कमिश्नर संजय पांडे (Sanjay Pandey) को बड़ा झटका लगा है। सीबीआई (CBI) ने शुक्रवार को उनके मुंबई स्थित घर समेत पुणे, कोटा, लखनऊ और दिल्ली समेत 18 ठिकानों पर छापेमारी (Raids) की। सीबीआई ने संजय पांडे के खिलाफ नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) को-लोकेशन घोटाले में एफआईआर दर्ज किया है।

    1986 बैच के आईपीएस अधिकारी संजय पांडे का मुंबई पुलिस कमिश्नर के रूप में कार्यकाल विवादास्पद रहा। इस दौरान उन पर महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ शिकायत वापस लेने के लिए मुंबई के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह को प्रभावित करने की कोशिश का आरोप है। वह 30 जून को सेवानिवृत्त हुए। उसके तीन दिन बाद ही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उन्हें नोटिस भेज कर तलब किया था और उनसे कई घंटे तक दिल्ली में पूछताछ की।

     गिरफ्तारी की तलवार लटी  

    अब सीबीआई ने संजय पांडे खिलाफ मामला दर्ज किया है। उन पर गिरफ्तारी की तलवार लटकी हुई है। एक ऑडिट कंपनी की स्थापना संजय पांडे और चित्रा रामकृष्ण ने की थी। सीबीआई 2018 से एनएसई घोटाले की जांच कर रही है। सीबीआई ने इनके खिलाफ 2009 से 2017 के बीच शेयर बाजार के कर्मचारियों के फोन अवैध रूप से टैप करने का मामला दर्ज किया है। इस गतिविधि के लिए उस निजी कंपनी को कथित तौर पर 4.45 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया था।

     तिहाड़ जेल में बंद है चित्रा रामकृष्ण

    ईडी इस मामले में एनएसई की पूर्व प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी चित्रा रामकृष्ण का बयान पहले ही दर्ज कर चुकी है। चित्रा फिलहाल तिहाड़ जेल में बंद हैं। सीबीआई ने मार्च में चित्रा और समूह के पूर्व संचालन अधिकारी आनंद सुब्रमण्यम को एनएसई को-लोकेशन घोटाला मामले में गिरफ्तार किया था।