Borivali National Park Tunal
प्रतिकात्मक तस्वीर

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    मुंबई: मुंबई के पश्चिमी उपनगर बोरीवली से ठाणे (Borivali to Thane) की यात्रा डेढ़ घंटे की बजाय 15 से 20 मिनट में पूरी करने की योजना पर काम शुरू हो गया है। इसके लिए संजय गांधी नेशनल पार्क (Sanjay Gandhi National Park) में टनेल (Tunnel) बनाने का प्लान एमएमआरडीए ने बनाया है। आयुक्त एसवीआर श्रीनिवास के अनुसार, परियोजना के डिजाइन और विभिन्न सुरक्षा प्रणालियों पर काम हो रहा हैं। यह सुरंग लगभग 10.25 किलोमीटर लंबी होगी, इसलिए इसके डिजाइन पर अलग से कंसल्टेंट की जरूरत है।

    टीबीएम तकनीक के माध्यम से ठाणे-बोरीवली डबल टनेल रोड बनेगा। इसके लिए केंद्रीय पर्यावरण विभाग की मंजूरी की आवश्यकता है। उल्लेखनीय है कि तत्कालीन नगरविकास मंत्री और मौजूदा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस टनेल का प्रस्ताव रखा था, परंतु तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इस प्रोजेक्ट पर फेरविचार करने की बात करते हुए ठंडे बस्ते में डाल दिया था। एमएमआरडीए ने एक साल पहले एमएसआरडीसी से इस प्रोजेक्ट का अधिग्रहण किया था।

    डीपीआर तैयार

    बताया गया कि परियोजना रिपोर्ट तैयार हो गई है, अगले दो-तीन माह में निविदा जारी की जाएगी। मुख्यमंत्री शिंदे स्वयं ठाणे से बोरिवली तक इस टनेल रोड को लेकर गंभीर हैं। केंद्र सरकार से भी मंजूरी लेने में इस सरकार को मुश्किल नहीं होगी।

    11,235 करोड़ रुपए की आएगी लागत 

    एक अंदाज के अनुसार, 11,235 करोड़ रुपए की इस परियोजना के तहत बोरीवली के मागाठाणे के पास एकता नगर में और ठाणे के घोड़बंदर रोड पर टिकुजी-नी-वाडी तक दोनों दिशा में तीन-तीन लेन के साथ प्रवेश-निकास मार्ग होंगे। इसके लिए संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान के भीतर 16.54 हेक्टेयर निजी और 40.46 हेक्टेयर सरकारी भूमि के अधिग्रहण की आवश्यकता होगी। एक बार सुरंग तैयार हो जाने के बाद 10.5 लाख मीट्रिक टन ईंधन की खपत और 36% कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन कम होगा। टेंडर निकलने और ठेकेदार की नियुक्ति के बाद इस सुरंग का काम पांच साल में पूरा कर लिया जाएगा। इसका इस्तेमाल शुरू करने में करीब 6 साल का वक्त लगेगा।