Mira-Bhayander

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    -अनिल चौहान

    भायंदर: अपनी पार्टी का नाम ‘बालासाहब की शिवसेना’ मिलने के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (CM Eknath Shinde) बगावत पर पहली बार खुलकर बोले। उन्होंने कहा कि वे निजी स्वार्थ नहीं, बल्कि विचारधारा के लिए शिवसेना (Shiv Sena) छोड़ी थी और इसके लिए उन्होंने अपना राजनीतिक भविष्य दांव पर लगाया था। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे मंगलवार को मीरा-भायंदर (Mira-Bhayander ) में नाट्यगृह और स्केटिंग ट्रेक का लोकार्पण, महाराणा प्रताप और चिमाजी अप्पा की अश्वारूढ़ प्रतिमा का अनावरण और अस्पताल और महानगरपालिका मुख्यालय इमारत का भूमिपूजन एक साथ किए।

    दहिसर चेकनाका के पास मीरा-भायंदर के पहले स्वर कोकिला लता मंगेशकर नाट्यगृह के रंगमंच से मुख्यमंत्री ने ‘हिम्मत की कीमत होती है’ डायलॉग सुनाया। उन्होंने कहा कि राजनीति में एक छोटी सी कुर्सी मिल जाती है तो लोग उससे चिपके रहते हैं, लेकिन उन्होंने विचारधारा के लिए मंत्री पद और सत्ता को ठोंकर मार दी। एक तरफ सरकार और पूरा सरकारी तंत्र था, तो दूसरी तरफ उनके साथ जिगरबाज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी थे, इसलिए बाजी जीत ली।

    जनता और जनकार्य हमारी प्राथमिकता

    मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता और जनता के कार्य हमारी सरकार की प्राथमिकता में हैं। सरकार बनने के 3 महीने के भीतर धड़ा-धड़ 72 महत्वपूर्ण और बड़े निर्णय लिए गए हैं। अन्नदाता किसान के लिए विशेष योजना बनाई जा रही है। इसके लिए इच्छाशक्ति की जरूरत होती है, जो पिछली सरकार में नही थी।

    12500 करोड़ रुपए के प्रस्ताव को केंद्र की मंजूरी

    मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार और महाराष्ट्र के विकास के पीछे केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार मजबूती से खड़ी है और उनके द्वारा भेजे गए 12500 करोड़ रुपए के प्रस्ताव को तत्काल मंजूरी दे दी।

    रुके हुए रिडेवलपमेंट प्रोजेक्ट होंगे पूरे

    मुख्यमंत्री ने कहा कि मुंबई महानगर में एसआरए और पुरानी बिल्डिंगों के रिडेवलपमेंट के लटके हुए प्रोजेक्ट पूरा करना सरकार की प्राथमिकता में शामिल हैं। मीरा-भायंदर में क्लस्टर योजना पर काम चल रहा है। हमारे द्वारा बनाई गई यूनिफाई डीसीआर से इसमें मदद मिलेगी।

    भाग-दौड़ भरी जिंदगी में मनोरंजन जरूरी

    मुख्यमंत्री ने कहा कि लाता दीदी का नाम देने से नाट्यगृह का कद बढ़ गया है। दीदी के नाम पर मुंबई में हम अतंर्राष्ट्रीय दर्जे का संगीत विद्यालय भी बना रहे हैं। शहर की भाग-दौड़ भरी जिंदगी में लोगों को मनोरंजन भी जरूरी है। लता दीदी की पारिवारिक सदस्य और गायिका उषा मंगेशकर नाट्यगृह के लिए बधाई सन्देश भेजा था। उन्होंने वादा दिया है कि इस नाट्यगृह में वह अपना एक कार्यक्रम जरूर करेंगीं।

    महाराणा-जिमाजी अप्पा की प्रतिमा से मिलेगी नई पीढ़ी को प्रेरणा

    मुख्यमंत्री ने कहा महाराणा प्रताप और चिमाजी अप्पा की प्रतिमा को देखकर आने वाली पीढ़ी उनकी शौर्य गाथा से परिचित होगी और उन्हें देश प्रेम की प्रेरणा मिलेगी।

    टोलनाका शिफ्ट करने का भरोसा

    टोलनाका दहिसर चेकनाका से शिफ्ट करने का भरोसा विधायक गीता जैन की मांग पर मुख्यमंत्री ने दिया। सीएम ने कहा कि हम दहिसर-भायंदर लिंक रोड भी जल्दी बनाएंगे, ताकि मीरा-भायंदर के लोगों को घंटो जाम में फंसने की समस्या से छुटकारा मिल सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि मीरा-भायंदर ठाणे और मुंबई के बीच है। इसे एक मॉडल शहर बनाया जाएगा। इसके लिए जितनी भी धन जरूरत पड़ेगी सरकार देगी। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि हमें मुंबई एमएमआर का विकास करना है और इसके लिए एमएमआरडीए को 60 हजार करोड़ रुपए खर्च लेने की स्वीकृति दे दी गई है।

    नाट्यगृह का श्रेय सरनाईक को

    मीरा-भायंदर महानगरपालिका कमिश्नर और प्रशासक दिलीप ढोले और विधायक गीता जैन दोनों ने नाट्यगृह का श्रेय विधायक प्रताप सरनाईक को दिया और कहा की उनके सतत प्रयासों के चलते यह संभव हो पाया है। वहीं सरनाईक ने कहा कि इसकी प्रेरणा उन्हें मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मिली थी। शिंदे ठाणे में दो नाट्यगृह बनवाए हैं। वहीं से मीरा-भायंदर में नाट्यगृह बनाने का ख्याल उनके मन में आया था।

    महानगरपालिका कमिश्नर को और काम करने की नसीहत

    स्वच्छता में मीरा-भायंदर को राज्य में अव्वल आने पर मुख्यमंत्री शिंदे ने महानगरपालिका कमिश्नर दिलीप ढोले को शाबाशी दी। इस क्षेत्र में और ज्यादा काम करने और आलोचना से न घबराने की सलाह भी उन्हें दी।