CNG and PNG Price Hike
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    मुंबई: केंद्र सरकार द्वारा प्राकृतिक गैस की कीमतों में एक अप्रैल 2022 से दोगुनी वृद्धि के कारण मुंबई (Mumbai) और देश के अन्य शहरों में बुधवार से सीएनजी (CNG) और पीएनजी (PNG) फिर महंगी (Expensive) हो गयी है। 

    मुंबई, ठाणे (Thane) और नवी मुंबई (Navi Mumbai) में गैस आपूर्ति करने वाली महानगर गैस लिमिटेड (एमजीएल) ने मुंबई में वाहन ईंधन ‘सीएनजी’ की कीमत 7 रुपए प्रति किलो बढ़ाकर 67 रुपए प्रति किलो कर दी है, जबकि रसोई गैस ‘पीएनजी’ 5 रुपए बढ़ाकर 41 रुपए प्रति स्टैंडर्ड क्यूबिक मीटर कर दी है। इसी के साथ मुंबई सहित महाराष्ट्र के शहरों में राज्य सरकार द्वारा दी गयी ‘वैट’ कटौती के फायदे की खुशी भी काफूर हो गई है।

    6 दिन बाद ही फिर बढ़े दाम

    गौरतलब है कि महाराष्ट्र सरकार ने अपने बजट में पर्यावरण अनुकूल ईंधन के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए सीएनजी और पीएनजी पर अपने मूल्यवर्धित कर (वैट) की दर को 10% घटाकर मात्र 3.5% कर दी थी, जो पहले 13.5% थी। यह कटौती 1 अप्रैल 2022 से लागू की गयी थी। वैट दर में 10% कटौती का फायदा उपभोक्ताओं को प्रदान करने के लिए एमजीएल ने ‘सीएनजी’ के खुदरा मूल्य में 6 रुपए प्रति किलो और ‘पीएनजी’ में 3.50 रुपए प्रति स्टैंडर्ड क्यूबिक मीटर की कटौती की थी, लेकिन लागत बढ़ने से 6 दिन बाद ही अब कंपनी ने फिर दाम बढ़ा दिए हैं।

    110% महंगी हुई प्राकृतिक गैस

    केंद्र सरकार ने वैश्विक बाजार के रूख के अनुरूप 1 अप्रैल से प्राकृतिक गैस की कीमतों को दोगुना से अधिक यानी 110% बढ़ाकर 6.1 डॉलर प्रति मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट (प्रति इकाई) कर दिया है। प्राकृतिक गैस महंगी होने से सिटी गैस वितरण कंपनियों की लागत में भारी इजाफा हुआ है। इस कारण कंपनियों ने सीएनजी और पीएनजी की कीमतों में यह वृद्धि हुई है। अन्य शहरों में भी गैस कंपनियों ने दरें बढ़ाई हैं। सीएनजी की कीमतों में यह वृद्धि पिछले 16 दिन में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 10 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी और रसोई गैस एलपीजी की दरों में 50 रुपये प्रति सिलेंडर की वृद्धि के बाद हुई है।

    रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंचे दाम

    सीएनजी और पीएनजी के महंगा हो जाने से इको-फ्रेंडली ईंधन उपयोग करने वाले उपभोक्ताओं पर भी भारी बोझ पड़ेगा। सीएनजी से चलने वाले रिक्शा-टैक्सी और निजी वाहन मालिकों का सीएनजी खर्च अब 12% बढ़ जाएगा, जबकि घरों में रसोई गैस के रूप में पीएनजी का उपयोग करने वाले उपभोक्ताओं को मासिक खर्च अब 14% बढ़ जाएगा। ताजा मूल्य वृद्धि के बाद सीएनजी और पीएनजी के दाम अब रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गए हैं।

    भारी टैक्स वसूली, फिर वृद्धि क्यों?

    व्यापारियों के शीर्ष संगठन ‘कैट’ के मुंबई अध्यक्ष शंकर ठक्कर ने कहा कि पेट्रोल-डीजल के बाद अब सीएनजी महंगी होने से महंगाई और भड़केगी। कीमतें बढ़ने से माल ढुलाई खर्च भी बढ़ जाएगा। नजीतन सभी उपभोक्ता वस्तुएं और महंगी हो जाएंगी। जब सरकार का जीएसटी सहित पूरा टैक्स कलेक्शन हर माह बढ़ रहा है, तो यह मूल्य वृद्धि क्यों? हमारा सरकार से अनुरोध है कि भले ही मूल्य कम नहीं करें, लेकिन जनता को राहत देने के लिए टैक्स घटाकर पेट्रोलियम उत्पाद मूल्य स्थिर तो रखे जा सकते हैं। महाराष्ट्र में हड़ताल के कारण विगत 5 महीनों से एसटी की सेवाएं ठप हैं, इस कारण लोगों को प्राइवेट वाहनों में सफर के लिए तीन-चार गुना भाड़ा देना पड़ रहा है।