मुंबई: दिल्ली के बाद अब मुंबई में भी वायु प्रदूषण (Mumbai Air Pollution ) हो रहा है, जो हर किसी के लिए समस्या का विषय बनता जा रहा है। ऐसे में अब बिगड़ते हालात को देखते हुए मुंबई महानगर में बढ़ते प्रदूषण पर बॉम्बे हाई कोर्ट ने 3 दिन के भीतर प्रदूषण पर नियंत्रण पाने के प्रयास शुरू करने को कहा है। जिसके बाद आज से ठाणे (Thane) और नवी मुंबई (Mumbai) नगर पालिकाएं (BMC) अलर्ट मोड पर हैं और ट्रैफिक को लेकर कुछ बदलाव किए गए हैं। आइए जानते है क्या है ये बदलाव…
प्रदूषण को रोकने के लिए बनाई ‘भरारी’ टीम
मुंबई से किसी भी पुल वाहन को ठाणे और नवी मुंबई शहर में प्रवेश करने से रोकने के लिए दोनों नगर निगम मुंबई के प्रवेश द्वार पर ‘भरारी’ टीमों की नियुक्ति करेंगे। प्रदूषण नियंत्रण करने के लिए ही भरारी टीम यह निरीक्षण करेगी कि दोनों शहरों में चल रहे बिल्डिंग के निर्माण स्थलों पर डेवलपर्स ने धूल उड़ने से रोकने के उपाय किए हैं या नहीं और अगर नहीं किये है तो दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। यह जानकारी ठाणे और नवी मुंबई नगर आयुक्त ने दी।
मुंबईकरों की दैनिक गतिविधियों पर प्रतिबंध
जैसा की हम सब देख रहे है कि मुंबई में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है, इसलिए मुंबईकरों की दैनिक गतिविधियों पर सीधे प्रतिबंध लगा दिया गया है। बढ़ते प्रदूषण में स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए सुबह की सैर, शाम की सैर, व्यायाम, दौड़ से बचना चाहिए। साथ ही सुबह और शाम के समय घर के दरवाजे और खिड़कियां बंद रखने के दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। ऐसे में इन दिशा निर्देशों का पालन करना अनिवार्य है।
मिल रहा अच्छा प्रतिसाद
जानकारी के लिए आपको बता दें कि मुंबई में कुछ जगहों पर प्रशासन के सुझावों का लोगों ने अच्छा स्वागत किया है। वहीं आपको यह भी बता दें कि कुछ जगहों पर दिशा निर्देश देने के बावजूद भी सुबह की सैर के लिए बड़ी संख्या में मुंबईकरों की भीड़ की भीड़ देखी जा रही है।
BMC के दिशा निर्देश
- खराब वायु गुणवत्ता के कारण स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों से सुबह और शाम की सैर, जॉगिंग और बाहरी व्यायाम से बचने को कहा है।
- यह सलाह दी जाती है कि जब तक आवश्यक न हो, सुबह और शाम को खिड़कियां खुली न रखें।
- बच्चों और गर्भवती महिलाओं को बाहर निकलते समय मास्क का उपयोग करने को कहा गया है।
- इतना ही नहीं बल्कि कपड़ा, रुमाल या दुपट्टा वायु प्रदूषण से नहीं बचाता, ऐसा भी कहा गया है।
- यदि आपको सांस लेने में तकलीफ, चक्कर आना, खांसी, सीने में दर्द या बेचैनी, आंखों में जलन हो तो डॉक्टर से परामर्श लें।
इस तरह बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए खुद का और अपने परिवार का ख्याल रखें।