मुंबई: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) की तैयारियों को लेकर शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत (Sanjay Raut) भी वहां पहुंच गए हैं। इस मौके पर उन्होंने साफ़ किया कि यूपी चुनाव में शिवसेना (Shiv Sena) किसी भी दल के साथ गठबंधन नहीं करेगी। संजय राउत का कहना है कि उनकी पार्टी 50 से 100 सीटों पर अपने उम्मीदवारों को खड़ा करने की योजना बना रही है। उन्होंने कहा कि हम लंबे समय से यूपी (UP) में काम कर रहे हैं, लेकिन चुनाव नहीं लड़ा क्योंकि हम बीजेपी (BJP) को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते थे।
यूपी के चुनाव में शिवसेना की सहयोगी दल एनसीपी ने अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी के साथ चुनाव लड़ने का फैसला किया है। एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार भी अगले सप्ताह यूपी के दौरे पर जाने वाले हैं। दूसरी ओर कांग्रेस ने अपने बल पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
आज मुजफ्फरनगर में किसान नेता श्री राकेश टिकैत से मुलाकात कर उत्तर प्रदेश के किसानों की गंभीर समस्याओं व मुद्दों और देश की राजनीति पर प्रदीर्घ चर्चा हुई। खासकर, वेस्टर्न यूपी के ज्वलंत मुद्दों पर मंथन हुआ। शिवसेना किसानों को उनका न्याय दिलाने के लिए समर्पित है। pic.twitter.com/tNRD8T1CbV
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) January 13, 2022
राकेश टिकैत से मिले राउत
संजय राउत ने अपनी यूपी यात्रा के दौरान किसान नेता राकेश टिकैत के साथ भी मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद अब नए समीकरण के कयास लगाए जा रहे हैं। केंद्र के किसान कानून के खिलाफ टिकैत ने काफी लम्बा आन्दोलन चलाया था, जिसके बाद पीएम नरेन्द्र मोदी को इस कानून को वापस लेने का फैसला करना पड़ा। राउत ने कहा कि केंद्र की बीजेपी सरकार की नीतियों को लेकर किसानों में भारी नाराजगी है। इसका खामियाजा बीजेपी को यूपी के चुनाव में भुगतना पड़ेगा।
यूपी में इस बार बदलाव तय
उन्होंने एक बार फिर दोहराया है कि यूपी में इस बार बदलाव तय है और बीजेपी सरकार को सत्ता से जाना पड़ेगा। राउत ने बीजेपी पर नोटों के सहारे चुनाव जीतने की रणनीति बनाने का आरोप लगाया है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी मोबाइल कॉल के जरिए राकेश टिकैत से बात की है। माना जा रहा है कि ठाकरे ने यूपी चुनाव में टिकैत से शिवसेना को समर्थन देने की अपील की है।