स्पीकर और सीएम शिंदे की सीक्रेट मीटिंग, विधायकों की अयोग्यता पर फैसले का दबाव

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  • सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद हलचल बढ़ी
  • विधायकों की अयोग्यता पर फैसले का दबाव

मुंबई: सुप्रीम कोर्ट से अंतिम मौका मिलने के बाद अब महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर (Rahul Narvekar) पर सीएम एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) समेत 16 विधायकों की अयोग्यता (Disqualification Case) पर फैसले (Decision) लेने का दबाव (Pressure) बढ़ गया है। उच्चतम न्यायालय ने मंगलवार को स्पीकर को अंतिम अल्टीमेटम देते हुए 30 अक्टूबर को फिर से टाइमलाइन सौंपने का निर्देश दिया है। सूत्रों के मुताबिक इस आदेश के बाद नार्वेकर ने  सीएम शिंदे के साथ एक सीक्रेट मीटिंग (Secret Meeting) की है।

इस मीटिंग को सुप्रीम कोर्ट की कड़ी टिप्पणी से जोड़ कर देखा जा रहा है। ऐसी रिपोर्ट है कि यह गुप्त बैठक मुख्यमंत्री शिंदे के वर्षा आवास पर हुई। दोनों के बीच करीब आधे घंटे तक बंद कमरे में बातचीत हुई। हालांकि विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने बताया कि विधानसभा क्षेत्र में कार्यों को लेकर मुख्यमंत्री से चर्चा हुई। 

नार्वेकर का पर्सनल लॉ नहीं चलेगा
शिवसेना (यूबीटी) प्रवक्ता संजय राउत ने कहा, महाराष्ट्र में सत्ता की चोरी करने वालों को प्रोटेक्शन दिया जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने विधानसभा स्पीकर को ट्रिब्यूनल का अधिकार दिया है, लेकिन  राहुल नार्वेकर इसे मानने के लिए तैयार नहीं हैं। इसका मतलब यही है कि स्पीकर पर्सनल लॉ चला रहे हैं। लेकिन यह चलेगा नहीं। वहीं दूसरी तरफ बीजेपी पर्सनल लॉ के खिलाफ कानून ला रही है। स्पीकर को हर हाल में सुप्रीम कोर्ट की बात माननी पड़ेगी। 

बीजेपी का भारी दबाव
कांग्रेस विधायक दल के नेता, बालासाहेब थोरात ने कहा, ऐसा लगता है कि स्पीकर राहुल नार्वेकर पर बीजेपी का भारी दबाव है। यही वजह है कि विधायकों की अयोग्यता पर फैसले में देरी हो रही है। विधानसभा अध्यक्ष को इस बारे में निष्पक्ष होकर फैसला करना चाहिए। इसमें देरी होने से कई सवाल खड़े हो रहे हैं। 

सरकार के जाने का समय आ गया
विधानसभा के नेता विपक्ष, विजय वडेट्टीवार ने कहा, पूरा महाराष्ट्र देख रहा है अब इस सरकार के जाने का समय आ गया है। आज या कल इस सरकार का जाना तय है। विधानसभा अध्यक्ष कई दिनों से सरकार को बचाने का प्रयास कर रहे हैं। यह सरकार वेंटिलेटर पर है।