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मुंबई. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूर्व अध्यक्ष अमर मूलचंदानी के करीबी बबलू सोनकर समेत अपने कार्यालय में कार्यरत दो संविदा कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है। ईडी ने सेवा विकास सहकारी बैंक में धोखाधड़ी की जांच के दौरान पीएमएलए 2002 के प्रावधानों के तहत तीन व्यक्तियों पर कार्रवाई की है।

बड़े पैमाने पर सार्वजनिक धन की हेराफेरी

ईडी ने बैंक की शिकायतों के आधार पर पुणे पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई कई एफआईआर और सहकारी समितियों के रजिस्ट्रार के किए गए ऑडिट के आधार पर जांच शुरू की है, जिसमें बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी और सार्वजनिक धन की हेराफेरी का अंदेशा है।

बैंक को 429 करोड़ का नुकसान

इससे सेवा विकास सहकारी बैंक को 429 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। ईडी की जांच से पता चला है कि सहकारी बैंक को किसी भी विवेकपूर्ण वित्तीय मानदंडों का पालन किए बिना एक परिवार के स्वामित्व की तरह चलाया जा रहा था। इससे अब बैंक दिवालिया हो गया है। ईडी ने इस मामले में कई जगहों पर छापेमारी की थी।

ईडी कार्यालय से संवेदनशील सूचनाएं प्राप्त करने का काम

जांच के दौरान पता चला कि एक व्यक्ति अक्सर ईडी कार्यालय परिसर के आस पास दुबका रहता था, उसे रोका गया और यह पाया गया कि वह अमर मूलचंदानी का कर्मचारी बाबू सोनकर है। मूलचंदानी परिवार ने उसे धमकी देने कर ईडी कार्यालय से संवेदनशील जानकारी प्राप्त करने का काम सौंपा था।

कर्मचारियों को दिया गया था रिश्वत

ईडी कार्यालय में कार्यरत 1 डाटा एंट्री ऑपरेटर और 1 आकस्मिक स्टॉप को रिश्वत महत्पूर्ण जानकारी हासिल की थी। ईडी ने सोनकर और दोनों कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया। ईडी ने उस राशि को भी बरामद कर लिया है, जिसे गवाहों को प्रभावित करने के लिए दी गयी थी। बब्लू सोनकर के कब्जे से कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए हैं।