मुंबई: गुरुवार की देर शाम एनसीपी प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (CM Eknath Shinde) से मिलने उनके वर्षा निवास स्थान पर पहुंचे। एमवीए (MVA) के सर्वेसर्वा कहे जाने वाले शरद पवार और सीएम शिंदे के बीच अचानक हुई इस मुलाकात से राजनीतिक हलकों में चर्चा का बाजार गर्म हो गया। उल्लेखनीय है कि शिवसेना ठाकरे गुट के प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के विदेश दौरे के बीच शरद पवार और सीएम शिंदे की मुलाकात के अलग-अलग अर्थ लगाए जा रहे हैं।
बताया गया कि शरद पवार लगभग 40 मिनट तक वर्षा बंगले में रहे। शरद पवार और सीएम एकनाथ शिंदे के बीच क्या बातचीत हुई, इसका पता नहीं चल पाया, हालांकि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की ओर से कहा गया कि यह मात्र सौजन्य मुलाकात थी। दूसरी तरफ सूत्रों के अनुसार शरद पवार ने राज्य के कुछ अहम मुद्दों पर रास्ता निकालने के लिए मुख्यमंत्री से मुलाकात की है।
तेजी से बदल रहे हैं राज्य में राजनीतिक घटनाक्रम
गौरतलब है कि राज्य में राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदल रहे हैं। सत्ता संघर्ष को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद से ही बीजेपी की भी गतिविधियां बढ़ी हैं। दो दिन पहले उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस मनसे प्रमुख राज ठाकरे से भी मिलने उनके आवास पर पहुंच गए थे।
पवार के हाथ कागज पत्र
वर्षा में दाखिल होते समय शरद पवार के हाथों में कागज पत्र देखा गया। कहा जा रहा है कि शरद पवार किसानों के मुद्दे के साथ अन्य मुद्दों को लेकर भी सीएम से मिले हैं। सरकार के पास कुछ लंबित कार्यों के लिए भी शरद पवार ने मुख्यमंत्री से चर्चा की। उधर सीएम शिंदे ने कहा कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने सदिच्छा भेंट के साथ मराठा मंदिर संस्था के अमृत महोत्सव कार्यक्रम का निमंत्रण दिया है। सीएम ने स्पष्ट किया कि मुलाकात में कोई भी राजनीतिक चर्चा नहीं हुई।
मराठा मंदिर, मुंबई संस्थेच्या अमृत महोत्सवी वर्धापन दिनानिमित्त वर्धापन सोहळ्याचे आयोजन संस्थेतर्फे करण्यात येणार आहे. संस्थेचा अध्यक्ष या नात्याने आज महाराष्ट्राचे माननीय मुख्यमंत्री श्री. एकनाथ शिंदे यांना या कार्यक्रमाला आमंत्रित करण्यासाठी वर्षा या त्यांच्या शासकीय… pic.twitter.com/Q6dSxeUMLR
— Sharad Pawar (@PawarSpeaks) June 1, 2023
यदि दो नेता मिलते हैं, तो अच्छा ही संकेत है: उदय सामंत
इस बीच, उद्योग मंत्री उदय सामंत ने कहा कि एमवीए सरकार में शिंदे जब मंत्री थे, तब वे शरद पवार से चर्चा करने मिलते थे। राज्य में उद्योग, कृषि के विकास के लिए यदि दो नेता मिलते हैं, तो अच्छा ही संकेत है। वैसे शिंदे के मुख्यमंत्री होने के बाद पहली बार शरद पवार उनसे मिले हैं।