Shiv Sena Crisis

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    मुंबई. महाराष्ट्र विधान मंडल के शीतकालीन सत्र से पहले राज्य सरकार में कैबिनेट विस्तार को लेकर एक बार फिर अटकलें तेज हो गई हैं। 7 अक्टूबर से नवरात्र शुरू हो रहा है। ऐसे में यदि कैबिनेट विस्तार (Cabinet Expansion) होता है तो दीवाली (Diwali) से पहले कई नेताओं की लॉटरी (Lottery) लग सकती है। महाराष्ट्र सरकार के कैबिनेट में वन मंत्री संजय राठोड़ और गृहमंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) के इस्तीफे के बाद से दो मंत्रियों की जगह खाली हैं। वहीं अभी तक विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव भी नहीं हो सका है। 

    सूत्रों के मुताबिक़, इन खाली जगहों को भरने के लिए महाराष्ट्र विकास आघाडी सरकार में शामिल दलों के बीच कवायद तेज हो गई है। वहीं ग्राम विकास मंत्री हसन मुश्रिफ और परिवहन मंत्री अनिल परब भी करप्शन के आरोप का सामना कर रहे हैं। ऐसे में कहा जा रहा है कि 5 अक्टूबर को जिला परिषद और पंचायत समिति के उपचुनाव खत्म होने के बाद मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है।

    क्या प्रणिति शिंदे बनेगी मंत्री !  

    रिपोर्ट इस बात की भी है कि कैबिनेट विस्तार के तहत कांग्रेस विधायक प्रणिति शिंदे को कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है, लेकिन इस बात का खुलासा नहीं हो पाया है कि क्या इस मंत्री पद के लिए कांग्रेस अपने किसी कैबिनेट मंत्री को विधानसभा अध्यक्ष बना कर उनकी जगह प्रणिति को मंत्री पद का मौका देगी। इस बात की भी चर्चा है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले भी अपना दबदबा बढ़ाने के लिए मंत्री बनना चाहते हैं। 

    कुछ मंत्रियों के विभागों को भी बदला जा सकता है

    इसके अलावा कुछ मंत्रियों के विभागों को भी बदला जा सकता है। इसमें एनसीपी कोटे से सहकारिता मंत्री बने  बालासाहेब पाटिल की जगह एनसीपी के  किसी दमदार नेता को यह जिम्मेदारी दे सकती है। केंद्र में अमित शाह को सहकारिता मंत्री बनाए जाने के बाद एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार काफी सचेत हो गए हैं। वहीं सवाल यह भी है कि क्या बीजेपी छोड़ कर एनसीपी में शामिल हुए एकनाथ खडसे को भी कैबिनेट में जगह मिलेगी।      

    विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव भी बाकी

    महाराष्ट्र विकास आघाडी सरकार में विधानसभा अध्यक्ष का पद कांग्रेस के पास है। इस पद से नाना पटोले के इस्तीफे के बाद अभी तक विधानसभा अध्यक्ष के पद पर किसी नेता की नियुक्ति नहीं की गई है। आगामी शीतकालीन सत्र में विधानसभा अध्यक्ष को नियुक्त करने की पूरी सम्भावना है। इस दौड़ में कांग्रेस की ओर से संग्राम थोपटे का नाम सबसे आगे चल रहा है।  

    शीतकालीन सत्र से पहले करना होगा विस्तार

    जानकारों का कहना है कि सरकार को कैबिनेट विस्तार का फैसला शीतकालीन सत्र से पहले लेना होगा क्योंकि नवरात्र के बाद दीवाली का त्यौहार आ जाएगा। वहीं  शीतकालीन सत्र के बाद जनवरी महीने से महानगरपालिका चुनाव को लेकर आचार संहिता लागू हो जाएगी। ऐसे में कैबिनेट का विस्तार करना संभव नहीं होगा।   

    नेता अपने पत्ते खोलने को तैयार नहीं

    कैबिनेट विस्तार को लेकर महाराष्ट्र विकास आघाडी में शामिल नेता अपना दावा ठोंकने को तैयार हैं, लेकिन अपने पत्ते खोलने को तैयार नहीं हैं। उनका मानना है कि संजय राठोड़ और अनिल देशमुख की खाली जगहों पर नए नेताओं को मौका मिलना चाहिए। हालांकि उनका कहना है कि कैबिनेट विस्तार पर अंतिम फैसला मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार कांग्रेस नेताओं से बात करने के बाद ही लेंगे।