सायन अस्पताल में बढ़े थैलेसीमिया के मरीज, कुल मरीजों में से 40% मुंबई के बाहर के

    Loading

    मुंबई: सायन स्थित लोकमान्य तिलक अस्पताल (Sion Hospital) में इन दिनों थैलीसीमिया मरीजों (Thalassemia Patients) की संख्या काफी बढ़ गई है। इन मरीजों में से मुंबई के बाहर (Outside Mumbai) से करीब 40 फीसदी थैलेसीमिया के मरीज नियमित रक्त चढ़ाने के लिए आ रहे हैं। जिसमें मुंबई रीजन क्षेत्र जैसे पनवेल (Panvel), भिवंडी, ठाणे, कल्याण, डोंबिवली, उल्हासनगर के मरीजों का समावेश है। मरीजों की संख्या दिनों-दिन बढ़ने से रक्त की समस्या भी बढ़ती जा रही है।

    गौरतलब है कि लोकमान्य तिलक अस्पताल में 310 थैलेसीमिया के मरीज पंजीकृत हैं जो नियमित रूप से रक्त चढ़ाने आते हैं। इन मरीजों को प्रत्येक 15 दिन में रक्त चढ़ाने की जरूरत होती है। मरीजों की संख्या के कारण रक्त की मांग भी बढ़ रही है।  अस्पताल की डॉ. सुषमा शर्मा ने बताया कि रक्तदाताओं की कमी के कारण इन मरीजों के लिए रक्त उपलब्ध कराना चुनौतीपूर्ण है। राज्य रक्ताधान परिषद से संबद्ध निजी ब्लड बैंकों से भी रक्त लेने के लिए अक्सर संपर्क किया जाता है।

    मरीजों के विकेन्द्रीकरण की आवश्यकता 

    अस्पताल की डॉ. अंजलि महाजन के अनुसार, पिछले कुछ वर्षों में अन्य शहरों के साथ मुंबई महानगर क्षेत्र में भी थैलेसीमिया सेंटर शुरू किए गए हैं। अस्पताल में पंजीकृत मरीजों को अन्य केन्द्रों में विकेंद्रीकृत करने की स्थिति में रक्त की आवश्यकता को विभाजित किया जाएगा इससे मरीजों को रक्त उपलब्ध कराने में सुविधा होगी। सोमैया अस्पताल में भी हाल ही में थैलेसीमिया सेंटर शुरू किया गया है, अब कुछ मरीजों को वहां भेजने का प्रयास किया जाएगा।

    मरीजों का दूसरे केंद्रों पर जाने से इनकार

    अस्पताल प्रबंधन द्वारा दूर के मरीजों को अपने नजदीकी सेंटर में जाने की सलाह देने पर मरीज वहां जाने से इंकार करते हैं, लेकिन कई बार वहां सुविधाएं नहीं मिल पाती हैं, हर बार खून मिलने की कोई गारंटी नहीं है, यदि रक्त उपलब्ध न हो तो बाहर से रक्त लाने की सलाह दी जाती है। इसलिए कुछ मरीजों ने चक्कर काटने के बाद वहां जाने से इंकार कर दिया।

    कुल 17 केंद्र उपलब्ध

    मुंबई और मुंबई रीजन क्षेत्र में थैलेसीमिया के कुल 17 केंद्र हैं। मुंबई में केईएम, नायर, वाडिया, लो. तिलक, कूपर, जे.जे., सेंट जॉर्ज, आईआरसीएस (किला) हैं। अन्य केंद्र ठाणे, दहिसर, उल्हासनगर, वाशी, नेरुल, कामोठे, भिवंडी में स्थित हैं।