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    • कठिन प्रश्न होने से शिक्षक भी हैरान 

    नागपुर. एक ओर कोरोना की वजह से वर्षभर ऑनलाइन क्लासेस चली. वहीं दूसरी ओर ऑफलाइन परीक्षा ली जा रही है. उस पर भी यदि प्रश्न पत्र कठिन निकले तो फिर छात्रों की फजिहत होना तय है. शनिवार को भी ऐसा ही देखने को मिला. 10वीं के गणित विषय के भाग-2 यानी भूमिति विषय का पेपर था लेकिन कुछ सवाल कठिन होने से छात्रों का पसीना छूट गया. इतना ही नहीं शिक्षक भी प्रश्न देखकर हैरान हो गये.

    शिक्षकों ने बताया कि प्रश्न 3 भले ही पाठ्यक्रम से ही पूछा गया लेकिन छात्रों की क्षमता से बाहर का था. प्रश्न क्रमांक 4 हल करते समय भी दिमाग पर जोर लगाना पड़ा. दावा किया जा रहा है कि प्रश्न क्रमांक 4 का ‘ब’ प्रश्न आउट आफ सिलेबस पूछा गया. यह प्रश्न 4 अंक का था. छात्र इधर-उधर ताक-झांक करने लगे. प्रश्न क्रमांक 5 तो छात्रों के आकलन से बाहर का था. इस तरह के सवाल सराव परीक्षा में भी नहीं पूछे जाते. कई छात्र प्रश्न हल नहीं कर सके. इससे छात्रों का नुकसान हो सकता है. 

    उम्मीद से बाहर के सवाल 

    पिछले दो वर्ष से छात्र ऑनलाइन क्लासेस कर रहे थे. वहीं भूमिति जैसा कठिन विषय समझने के लिए ब्लैक बोर्ड पर भी दिमाग खपाना पड़ता है. ऑनलाइन क्लासेस में पाठ्यक्रम पूरा नहीं हुआ. छात्रों की प्रैक्टिस भी अधूरी रही. जबकि गणित के सवालों के लिए प्रैक्टिस अधिक लगती है. उम्मीद की जा रही थी कि पेपर में कठिन सवाल नहीं पूछे जाएंगे लेकिन भूमिति के पेपर ने कई छात्रों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया. पेपर छूटने के बाद छात्रों ने अपने शिक्षकों से प्रश्नों के बारे में चर्चा की तो उनका भी कहना था कि इस तरह के सवाल पूरी तैयारी में भी नहीं पूछे जाते. इससे छात्रों का नुकसान हो सकता है. ग्रामीण भागों के छात्रों को भी अधिक निराश होना पड़ा.