Nagpur ST Bus Stand

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    • 6 पूर्व में लौट चुके हैं नौकरी पर, 30 के आवेदन अभी भी पेंडिग

    नागपुर. एसटी महामंडल द्वारा बीते दिनों बर्खास्त किए गए कर्मचारी नौकरी पर लौटने लगे हैं. अधिकारियों के अनुसार 1 अप्रैल को 36 वेतनभोगी कर्मचारी काम पर लौटेंगे. इससे पूर्व 6 कर्मचारी पूर्व में ही काम पर लौट चुके हैं. उल्लेखनीय है कि महामंडल ने करीब 90 वेतनभोगी कर्मचारियों को नौकरी से बर्खास्त किया था लेकिन बाद में सरकार ने बिना किसी कार्रवाई के सभी को नौकरी पर लौटने का ऑफर दिया, जिसके बाद कर्मचारी धीरे-धीरे नौकरी पर लौटने लगे हैं.

    अधिकारियों की मानें तो अभी भी 30 कर्मचारियों के आवेदन पेंडिग हैं, वे भी जल्द नौकरी जॉइन करेंगे. कुछ कागजी प्रक्रिया चल रही है, जिसे जल्द पूरा कर लिया जाएगा. बता दें कि कर्मचारियों के नौकरी पर जॉइन करने से एसटी बसों की संख्या भी लगातार बढ़ रही हैं. फिलहाल करीब 150 के आसपास बसें चलाई जा रही हैं. महामंडल के अधिकारियों के अनुसार उन्हें करीब 350 से अधिक बसें चलानी हैं क्योंकि अभी भी ग्रामीण क्षेत्रों में परिवहन व्यवस्था पूरी तरह ठप है. जैसे-जैसे एसटी कर्मी नौकरी पर लौटते जाएंगे,वैसे-वैसे ये व्यवस्थाएं भी दुरुस्त होती जाएंगी.

    157 बसें चलाई गईं

    एसटी महामंडल ने गुरुवार को 157 बसों का संचालन किया. इन बसों में गणेशपेठ – 34, इमामवाड़ा 35, घाट रोड-32, उमरेड-6, सावनेर-13, वर्धमान नगर-17, रामटेक -10 ,काटोल -10 मिल हैं. इन बसों ने 496  फेरियां कीं. इन्होंने 47,340.0 किलोमीटर की यात्रा की. साथ ही 23,203 लोगों ने सफर किया. अधिकारियों का कहना है कि इस महीने उन्होंने 157 बसें चलाने का टारगेट पूरा कर लिया है. अप्रैल महीने में उनका टारगेट 200 बसों को चलाने का है. उनके अनुसार अप्रैल महीने में कई कर्मचारी हड़ताल से लौटकर जॉइन करेंगे. 

    इतने कर्मी लौटे नौकरी पर 

    बीते मार्च के महीने में 129 कर्मचारियों ने नौकरी पर वापसी की है. इनमें चालक- 42, वाहक- 36, चालक तथा वाहक- 9, यांत्रिक कर्मचारी- 21, प्रशासन- 21 शामिल हैं. इनमें से 14  कर्मचारियों ने गुरुवार को नौकरी पर वापसी की है. हालांकि हड़ताल पर बैठे कई कर्मचारियों का कहना है कि वे सरकार के झांसे में आने वाले नहीं है. वे अपने हक के लिए लड़ते रहेंगे. कुछ कर्मचारी नेताओं ने फिर से कर्मचारियों को हड़ताल पर डटे रहने की कोशिशें शुरू कर दी हैं जिससे वे अपनी मांगों को पूरी करवा सकें.