नागपुर: वन्यजीवों की बढ़ रही संख्या के साथ शिकार के मामले भी बढ़ते नजर आ रहे हैं। सोमवार को पक्षियों के शिकार में पकड़े गए 5 शिकारियों की जांच पूरी भी नहीं हुई कि बुधवार को एक बाघ के मृत (5 year old dead tiger) पाए जाने की घटना सामने आई। जामठा में मिले 10 दिनों से सड़ रही बाघ की लाश से 2 नाखून गायब थे। फिलहाल बाघ की मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है लेकिन बाघ के अंग साबूत नहीं होने के कारण सुई शिकार की ओर इशारा कर रही है।
मिली जानकारी के अनुसार नागपुर वन विभाग के सेमिनरी हिल्स वन परिक्षेत्र कार्यालय अंतर्गत मौजा रुई परिसर में बुधवार की दोपहर यह घटना उजागर हुई। श्री हरिवेला चेक पोस्ट से जामठा की ओर जाने वाले मार्ग पर एमईएसडीसीएल का एक कर्मचारी डीपी की मरम्मत करने पहुंचा। उसे ईडन पार्क परिसर में एक बाघ का शव दिखाई दिया। कर्मचारी ने तुरंत वन विभाग से संपर्क किया। सूचना मिलने पर वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी मौके पर पहुंचे। वन विभाग द्वारा तुरंत पंचनामा किया गया।
करीब 10 दिनों से सड़ रही बाघ की लाश के कारण जांच में दिक्कतें हुईं। विभाग के अनुसार बाघ की उम्र करीब 5 वर्ष की थी। लाश अधिक सड़ जाने के कारण बाघ के नर या मादा होने की पुष्टि नहीं की जा सकी। लैब भेजे लाश के नमूने : वन विभाग ने मामले की गंभीरता को समझते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। इसी के साथ डीएनए टेस्ट के लिए नमूने फॉरेंसिक लैब भेजे गए हैं। रिपोर्ट आने के बाद यह पुख्ता हो पाएगा कि बाघ नर था या मादा।
बाघ की मौत के कारणों का भी पता लगाया जा रहा है। वन विभाग के अनुसार बाघ की मौत प्राकृतिक कारणों से हुई है। हालांकि इसकी जांच की जा रही है लेकिन चर्चा है कि बाघ को शिकारियों ने अपना निशाना बनाया। वन विभाग ने शिकार की पुष्टि नहीं की है। उप वनसंरक्षक, नागपुर प्रादेशिक डॉ. भारसिंह हाडा के मार्गदर्शन में उमरेड के सहायक वनसंरक्षक मनोज धनविजय, सहायक वनसंरक्षक नागपुर, विजय गंगावणे, वन परिक्षेत्र अधिकारी सेमिनरी हिल्स सारिका वैरागडे, वन परिक्षेत्र अधिकारी बूटीबोरी प्रमोद वाडे, अनिल दशहरे, मानद वन्यजीव रक्षक अजिंक्य भटकर, सातपुड़ा फाउंडेशन के मंदार पिंगले। समेत पशु वैद्यकीय अधिकारी एवं वन कर्मचारी ने कार्रवाई में सहयोग लिया।