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नागपुर. एमआईडीसी परिसर में स्थित एक कंपनी में अकाउंटेंट का काम हासिल कर एक युवक ने कंपनी मालिक को ही चूना लगाया. समय रहते बैंक से संपर्क करने पर मोटी रकम फ्रीज हो गई और आरोपी केवल 20,000 रुपये ही निकाल पाया. पुलिस ने भाउसाहब सुर्वेनगर निवासी एकनाथ गंगाधर पुरोहित (50) की शिकायत पर मामला दर्ज किया है. आरोपी राय टाउन, हिंगना रोड निवासी गणेश कदम (30) बताया गया.

पुरोहित की एमआईडीसी में यश इंजीनियरिंग कंपनी है. शहर की विभिन्न कंपनियों के साथ उनका व्यवहार है. ऐसे में एक कंपनी में अकाउंटेंट का काम करने वाले गणेस से परिचय हुआ. आरोपी गणेश ने उन्हें संपर्क किया और काम की जरूरत होने की जानकारी दी. पुरोहित ने उसे असिस्टंट अकाउंटेंट की नौकरी दे दी. एक कंपनी और एमएसईबी का बिल भरने के लिए पुरोहित ने कुछ चेक पर हस्ताक्षर कर रखे थे. आरोपी गणेश ने उन चेक का दुरुपयोग किया. चेक के जरिए 3.50 लाख रुपये बंगलुरु की बैंक आफ महाराष्ट्र की शाखा में पांडुरंग आगीवाले के खाते में आरटीजीएस कर दिए. तुरंत उसमें से 20,000 रुपये अपने खाते में ट्रांस्फर किए.

बैंक से रुपये का व्यवहार होने की जानकारी मिलने पर पुरोहित ने गणेश से संपर्क किया. उसने अपना फोन बंद कर दिया था. पुरोहित ने सजगता से काम लिया और सीधे बैंक को फोन कर व्यवहार को फ्रीज करवा दिया. इसीलिए बाकी रकम बच गई. उन्होंने मामले की शिकायत एमआईडीसी पुलिस से की. पुलिस ने गणेश के खिलाफ विश्वासघात का मामला दर्ज कर जांच आरंभ की है.