Krupal Tumane

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    नागपुर. रामटेक से शिवसेना सांसद कृपाल तुमाने उन 12 सांसदों में शामिल हैं जो बगावत करते हुए एकनाथ शिंदे गुट में शामिल हो गए हैं. नागपुर आगमन पर उन्होंने पत्रकारों से चर्चा के दौरान दावा किया कि जल्द ही और 3 सांसद उद्धव ठाकरे का साथ छोड़कर शिंदे गुट में शामिल हो जाएंगे. उन्होंने कहा कि शिवसेना के 40 विधायक और 12 सांसद बार-बार उद्धव ठाकरे से मविआ छोड़ने की विनती कर रहे थे लेकिन एक व्यक्ति के लिए उन्होंने पूरी पार्टी को तबाह कर दिया. आज जो स्थिति है वह सभी देख रहे हैं. बावजूद इसके अभी भी वे मविआ से बाहर निकलने का कोई संकेत तक नहीं दे रहे हैं.

    तुमाने ने सवाल उठाया कि उनके (राकां सुप्रीमो शरद पवार) साथ इतना प्रेम क्यों. तुमाने ने खुलासा किया कि हम अभी भी शिवसेना में ही हैं सिर्फ गटनेता बदला है. विनायक राऊत और अरविंद सावंत संसद में दूसरों को बोलने ही नहीं देते थे. बुधवार को केवल औपचारिक बैठक होती थी. बाद में वह बैठक भी बंद हो गई. जिसके कारण उन्हें गटनेता पद से हटा दिया है. 

    खंजर नहीं घोपा

    तुमाने ने कहा कि हमने किसी की पीठ में खंजर नहीं घोपा है. हिन्दुत्व के मुद्दे पर हमने भाजपा के साथ चुनाव लड़ा था और अभी भी हम शिवसेना में ही हैं. अब दोनों पार्टियों में युति हो गई है. हमने सिर्फ गटनेता बदला है, बाकी सभी शिवसेना में ही हैं. भविष्य में भी शिवसेना को आगे ले जाने के लिए काम करेंगे. उन्होंने बताया कि 20 जून के बाद जो हालात बने उस समय हम ठाकरे से मिले थे. एकनाथ शिंदे के साथ भी संपर्क में थे. सभी सांसदों की इच्छा थी कि उचित रास्ता निकले जिसके लिए 5 बार मुलाकात की.

    अपेक्षा थी कि रास्ता निकलेगा. अभी भी सभी सांसद इसके लिए प्रयास कर रहे हैं. इस बीच सीएम शिंदे को जान से मारने की धमकी मिली. वे गढ़चिरोली के पालक मंत्री थे, तब भी सुरक्षा बढ़ाना जरूरी था. यह ठाकरे सरकार की चूक थी. तुमाने ने कहा कि हिन्दुत्व, सावरकर की विचारधारा का विरोध करने वालों के साथ नहीं रह सकते. नवाब मलिक जैसे आतंकवादियों से संबंध रखने वाले मंत्रिमंडल में थे. वहां हमारी किरकिरी हो रही थी. पार्टी प्रमुख निर्णय नहीं ले रहे थे इसलिए हिन्दुत्व के लिए कदम उठाना पड़ा.