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    नागपुर. क्राइम ब्रांच के यूनिट-2 की टीम को जानकारी मिली थी कि जिलाधिकारी और तहसील कार्यालय के कुछ वेंडर बैक डेट के स्टैंप पेपर बेच रहे हैं. इन स्टैंप पेपर का इस्तेमाल बाद में ठग प्रॉपर्टी डीलर करते हैं. बैक डेट के स्टैंप पेपर पर सौदे दिखाकर लोगों से धोखाधड़ी करते हैं.

    खबर के आधार पर पुलिस ने अवैध तरीके से स्टैंप पेपर बेचने वाले वेंडरों को पकड़ने की योजना बनाई और बुधवार को छापेमारी करके 4 वेंडरों को गिरफ्तार किया. पकड़े गए आरोपियों में योगी अरविंदनगर निवासी रंजन मंगरू रंगारी (55), कस्तूरबानगर निवासी विकास श्रीराम धांडे (51), डोबले लेआउट, सूर्यनगर निवासी संजय अप्पा हरडे (57) और काले लेआउट, गोधनी रोड निवासी दिलीप अजाबराव गावंडे (58) का समावेश है.

    खबर के आधार पर पुलिस ने एक पंटर ग्राहक तैयार किया. उसने 100 रुपये का स्टैंप पेपर खरीदने के लिए रंगारी से संपर्क किया. रंगारी ने बताया कि बीते वर्ष के स्टैंप पेपर की कीमत 1500 रुपये है. ग्राहक ने हामी भर दी. जैसे ही रंगारी ने पंटर को स्टैंप पेपर दिया, जाल बिछाकर बैठे पुलिसकर्मियों ने उसे दबोच लिया. पूछताछ में उसने धांडे के लिए काम करने की जानकारी दी. पुलिस ने धांडे को भी गिरफ्तार कर लिया.

    पुलिस की हलचल देख अन्य वेंडर सतर्क हो गए. इसी दौरान गावंडे ने अपने पास रखे बैक डेट के स्टैंप पेपर हरडे को गाड़ी की डिक्की में छिपाने को कहा. जैसे ही हरडे ने डिक्की में स्टैंप पेपर रखा पुलिस ने उसे दबोच लिया. जांच करने पर गावंडे और हरडे के पास 500 रुपये के 3 और 100 रुपये का 1 स्टैंप पेपर मिला. सभी पर बीत गई तारीखें दर्ज थीं.

    चारों को गिरफ्तार कर सदर थाने में विविध धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया. आगे की जांच के लिए आरोपियों को सदर पुलिस के हवाले किया गया है. महीना खत्म होने पर सभी वेंडरों को स्टैंप पेपर वापस करने होते हैं लेकिन कई वेंडर स्टैंप पेपर दबा लेते हैं. बाद में जरूरत पड़ने पर प्रॉपर्टी डीलर उनसे संपर्क करके 4 से 5 गुना दाम में स्टैंप पेपर खरीदते हैं.