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    नागपुर. रेलवे, एसबीआई और वेकोलि में नौकरी दिलाने के नाम पर युवाओं को ठगने वाली गैंग की मास्टर माइंड महिला आरोपी को ग्रामीण पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. बताया जाता है कि यह गैंग केवल नागपुर जिले में 1 दर्जन लोगों को 1.30 करोड़ रुपये का चूना लगा चुकी है. पकड़ी गई महिला मानेवाड़ा निवासी शिल्पा राजू पालपार्ती (40) बताई गई. न्यायालय ने उसे 10 दिन की पुलिस हिरासत में रखने के आदेश दिए. इस मामले में पहले पटना, बिहार निवासी कुंदनकुमार उर्फ राहुलसिंह रमेश शर्मा (34)) और मोहम्मद दानिश जिशान आलम (35) की गिरफ्तारी हो चुकी है.

    फिलहाल दोनों एक मामले में भंडारा जेल की हवा खा रहे हैं. ग्रामीण पुलिस के मुखिया विजय मगर ने मीडिया को बताया कि सावनेर निवासी सतीश प्रकाश आड़े (30) की शिकायत पर केलवद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था. इस प्रकरण में सबसे पहले अमित कोवे का नाम सामने आया था. सभी पीड़ितों ने अमित के जरिए ही उपरोक्त आरोपियों को पैसे दिए थे. 

    1 आरोपी ने की थी आत्महत्या 

    पीड़ितों का दबाव बढ़ता देख और पुलिस में शिकायत होने के कारण अमित आरोपियों से लोगों के पैसे वापस करने को कह रहा था. मामला दर्ज होने के दूसरे ही दिन अमित ने जहर पीकर आत्महत्या कर ली. उसका मोबाइल फोन पुलिस के हाथ लगा और उपरोक्त 3 आरोपियों की जानकारी मिली. मामले की जांच आर्थिक अपराध शाखा को सौंपी गई. उप अधीक्षक आर.डी. निकम ने प्रकरण की जांच शुरू की. आरोपियों ने नागपुर ग्रामीण में 9 और शहर में 3 लोगों को चूना लगाया था. एसपी मगर ने बताया कि आरोपियों ने केवल नागपुर जिले में ही नहीं बल्कि पूरे विदर्भ में अपना जाल फैला रखा था. उनके खिलाफ चंद्रपुर, वर्धा, भंडारा और अमरावती से भी शिकायतें आई हैं. हमने सभी पीड़ितों को स्थानीय पुलिस से शिकायत करने को कहा है. इस गैंग की मास्टर माइंड शिल्पा है. 

    पहले मलेशिया में करती थी नौकरी

    वह पहले मलेशिया में नर्स की नौकरी करती थी. कुछ वर्ष पहले नागपुर आई. सीताबर्डी में मोनाली मेश्राम नामक महिला की जॉब प्लेसमेंट कंपनी में नौकरी करने लगी. मोनाली भी इसी तरह की ठगी के मामले में जेल में है. शिल्पा ने उससे प्रभावित होकर ठगी का धंधा शुरू किया. इस काम में वह कुंदन और दानिश की मदद लेती थी. दोनों सूट-बूट पहनकर रेलवे अधिकारी बनकर बेरोजगार उम्मीदवारों से मिलते थे. उम्मीदवारों को लाने का काम अमित कोवे करता था. आरोपी पीड़ितों से नकद राशि लेते थे. उन्हें फर्जी अप्वाइंटमेंट और ज्वाइनिंग लेटर देते थे. शिल्पा के खिलाफ हुड़केश्वर, ठाणे के मिरज और नांदेड़ में भी मामले दर्ज है. एक प्रकरण में उसका पति, सास और ससुर भी आरोपी है. ससुर किसी राष्ट्रीयकृत बैंक से सेवानिवृत्त है. हमारी नागरिकों से अपील है कि यदि उन्हें भी ठगा गया है तो पुलिस से शिकायत करें. पुलिस दस्तावेजों की जांच कर रही है और मोका लगाने की भी तैयारी है.