Railway Protest

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    नागपुर. एनआरएमयू के हजारों कर्मचारियों ने निजीकरण के विरोध में मंगलवार को जोरदार प्रदर्शन करते हुए सेंट्रल रेलवे के जीएम कार्यालय का घेराव किया. इस दौरान प्रदर्शनकारी ”रेलवे की बर्बादी, सुरक्षा से खिलवाड़, मंजूर नहीं…मंजूर नहीं..पदों का सरेंडर, रिक्तियों की भरमार, मंजूर नहीं.. मंजूर नहीं, रेल कर्मी करें पुकार टालमटोल नहीं स्वीकार, ले के रहेंगे अपना अधिकार” जैसे नारे लगा रहे थे. प्रदर्शन के बाद यूनियन के पदाधिकारियों ने जीएम अनिल कुमार लाहोटी को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के नाम ज्ञापन सौंपा.

    इसमें रेलवे में लाखों रिक्त पदों पर तत्काल भर्ती करने, पदों के अंधाधुंध सरेंडर बंद करने, नई पेंशन योजना को बंद कर पुरानी पेंशन योजना का लागू करने, कोंकण रेलवे का निजीकरण बंद करने, युवा बेरोजगारों को रोजगार देने और अन्य लंबित मांगों को शीघ्र सुलझाने की मांग शामिल है. विरोध प्रदर्शन में मुंबई, भुसावल, नागपुर, पुणे, सोलापुर तथा कोंकण रेलवे के कर्मचारी शामिल हुए.

    नागपुर मंडल से 200 कर्मचारी गए जिसमें मंडल सचिव एस.के. झा, मंडल अध्यक्ष मनोज चोइथानी, हबीब खान, महिला अध्यक्ष ममता राव, प्रमोद बोकडे, संजय भोयर आदि शामिल थे. ज्ञापन लेने के बाद जीएम लाहोटी ने आश्वासन दिया कि एक सप्ताह के अंदर उनकी मांगों पर सकारात्मक निर्णय लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि सेंट्रल रेलवे में जल्दी ही कुछ रिक्त पदों को भरा जाएगा. इससे पूर्व ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के राष्ट्रीय महामंत्री शिवगोपाल मिश्रा ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि सेंट्रल रेलवे में 27,177 पद रिक्त हैं जबकि भारतीय रेलवे में करीब 3,01,414 पद रिक्त हैं. इनमें से अधिकांश पद संरक्षा विभाग से जुड़े हैं.

    खर्च में कटौती के नाम पर हजारों पदों को सरेंडर किया जा रहा है. इस मुद्दे पर रेल मंत्रालय और क्षेत्रीय अधिकारियों के साथ कई बार चर्चा की गई लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया. उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 में कर्मचारियों की भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी किया गया था परंतु अभी तक किसी भी पद पर कोई नियुक्ति नहीं की गई.

    एनआरएमयू सेंट्रल रेलवे के महामंत्री वेणु पी नायर ने कहा कि रिक्त पदों को नहीं भरने के कारण कर्मचारियों पर काम का बोझ बढ़ गया है. यही कारण है कि कर्मचारी अपने काम को शॉर्टकट तरीके से निपटा रहे हैं जिससे रेल दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं. इन दुर्घटनाओं के लिए निर्दोष छोटे कर्मचारियों को बलि का बकरा बनाया जा रहा है जिससे कर्मचारियों में रोष बढ़ता जा रहा है. 

    27,177 पद सेंट्रल रेलवे में रिक्त 

    3,01,414 पद भारतीय रेल में रिक्त

    200 कर्मचारी नागपुर मंडल से हुए शामिल