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नागपुर. वैसे तो डीसीएम व ऊर्जा मंत्री की होम सिटी में रोज ही कहीं न कहीं बत्ती गुल से नागरिक परेशान हैं लेकिन उनके अपने निर्वाचन क्षेत्र दक्षिण-पश्चिम नागपुर की कुछ बस्तियों में रोज ही कभी भी बत्ती गुल हो रही है. दक्षिण नागपुर स्थित वंजारीनगर पानी की टंकी के आसपास की बस्तियों का कुछ हिस्सा ऊर्जा मंत्री के निर्वाचन क्षेत्र में आता है. वंजारीनगर की आधी बस्ती में रोज ही कभी भी बिजली बंद हो रही है. सुबह, दोपहर, शाम, रात कोई टाइम ही नहीं है. महावितरण द्वारा दावा किया जाता है कि कहीं लोडशेडिंग नहीं की जा रही है लेकिन इस बस्ती में लगभग रोज ही बिजली बंद हो रही है.

3 बार लाइट गई

त्रस्त नागरिकों ने बताया कि मंगलवार की सुबह 10.20 बजे बिजली चली गई जो 25 मिनट के बाद 10.45 बजे आई. गर्मी के दिनों में 10 मिनट भी बिजली बंद हो तो लोग बेहाल हो रहे हैं. उसके बाद भरी दोपहरी 2.25 बजे फिर बत्ती गुल हुई. कूलर, पंखे बंद होने से लोग परेशान हो गए. इस बार तो लगभग 2 घंटे तक नागरिक हाथ से पंखा झेलते रहे. 4.15 बजे के करीब लाइट आई. लोगों का पसीना भी नहीं सूखा था कि 4.40 बजे शाम को फिर बत्ती गुल हो गई. अब तो लोग झल्ला उठे और महावितरण को कोसने लगे. 40 मिनट के बाद शाम 5.20 को बिजली आई. 

कुछ फेज का है प्रॉब्लम

नागरिकों ने बताया कि यह समस्या पहले नहीं थी. कुछ महीनों पहले कुछ इलाकों के फेज को चेंज कर दिया गया है और उसके बाद से 24 घंटे में लगभग रोज ही कभी भी बिजली बंद हो रही है. कभी आधे घंटे तो कभी 2-2 घंटे लोगों को अंधेरे में बीताना पड़ता है. रात में भी लोगों की नींद हराम हो गई. नागरिकों में भारी रोष है. उनका कहना है कि डीसीएम व ऊर्जा मंत्री की सिटी तो छोड़ो उनके निर्वाचन क्षेत्र में इस तरह नागरिकों को समस्या झेलनी पड़ रही है जो दुर्भाग्यपूर्ण है. इससे यह भी साफ होता है कि जिम्मेदारों को किसी का भय भी नहीं है.