नागपुर. दक्षिण-पूर्व-मध्य रेलवे के नागपुर डिवीजन में गुरुवार को कलमना यार्ड के पास (किमी.1124/19-20) मालगाड़ी के 4 डिब्बे पटरी से उतर गए. यह मालगाड़ी छत्तीसगढ़ से कोयला लेकर कोराडी थर्मल पावर स्टेशन जा रही थी. यह दुर्घटना दोपहर करीब 1.15 बजे हुई.
सूचना मिलते ही रेल अधिकारियों में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में मंडल रेल प्रबंधक मनिन्दर उप्पल सहित अन्य अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे. इतवारी से तुरंत दुर्घटना राहत ट्रेन को रवाना किया गया जो आधे घंटे में मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में जुट गई. 4 वैगन (डिब्बों) के डिरेल होने से ट्रैक क्षतिग्रस्त हो गया तथा सिग्नल के खंभे भी धराशायी हो गए.
कोयला भरा होने के कारण इन डिब्बों को पटरी पर लाना मुश्किल काम था, इसलिए 5 डिब्बों को काटकर अलग किया गया. इनमें भरे कोयले को जेसीबी की मदद से खाली करने का काम शुरू किया गया. रात के 8 बजे तक 2 डिब्बों को पटरी पर लाने में सफलता मिली थी. रेल अधिकारियों का कहना था कि देर रात तक सभी डिब्बों को रिस्टोर कर लिया जाएगा.
उन्होंने बताया कि 32 डिब्बों को गंतव्य तक पहुंचा दिया गया है, जबकि दुर्घटनाग्रस्त डिब्बों का माल खाली करने के बाद लाइन क्लियर होगा, फिर पीछे के डिब्बों को गंतव्य की ओर रवाना किया जाएगा. कोयले से लदी 58 डिब्बे वाली मालगाड़ी कलमना यार्ड के पास गुजर रही थी, उसी दौरान बीच के डिब्बे यानि इंजन से 34, 35, 36 और 37 नंबर की वैगन डिरेल हो गईं.
जांच टीम का गठन
मंडल रेल प्रबंधक मनिन्दर उप्पल ने बताया कि डिरेलमेंट की घटना की जांच के लिए टीम का गठन कर दिया गया है. उसकी रिपोर्ट आने के बाद ही हादसे के कारणों का खुलासा होगा. उन्होंने कहा कि राहत कार्य युद्ध स्तर पर जारी है तथा रात 2 बजे तक सभी डिब्बों को रिस्टोर कर लिया जाएगा.
ट्रेनों के परिचालन पर असर नहीं
यह घटना कलमना यार्ड में घटी जिससे मेन लाइन प्रभावित नहीं हुई. लिहाजा यात्री गाड़ियों के परिचालन पर कोई असर नहीं हुआ तथा मेन लाइन की सभी गाड़ियां अपने निर्धारित समय के अनुसार चलती रहीं.