नागपुर में आसमानी आफत! घर में सो रही महिला की मौत, पानी में तैरता रहा शव

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नागपुर. पश्चिम नागपुर की पुरानी बस्तियों में से एक महेश नगर वासियों के लिए शुक्रवार का पहला प्रहर किसी प्रलय से कम नहीं था. तड़के 2.30 बजे के करीब एक-एक करके पूरी बस्ती नींद से जागना शुरू हुई और शिव मंदिर से पीछे के कई इलाकों में जलभराव शुरू होने से हाहाकार मच गया. इस जलभराव की तीव्रता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 77 वर्षीय मीरा कुप्पुस्वामी पिल्ले नामक महिला की नींद में ही जल समाधि हो गई.

6 फुट पानी में था प्रेस वाली मामी का पार्थिव

अनंत नगर के पीछे स्थित महेश नगर में चर्चित शिव मंदिर के पीछे अब घनी बस्ती बस गई है. यह बस्ती दो तरफ से नाले से घिरी हुई है. रिंग रोड पर गोरेवाड़ा की ओर से आने वाला नाला और इधर रामदेव बाबा टेकड़ी की ओर से उतरने वाला छोला नाला जाकर मानकापुर के पास मिलता है. शिव मंदिर से न्यू अहबाब कॉलोनी वाली मस्जिद के रास्ते के पीछे रिंग रोड तक के इलाके में रात को पानी भरना शुरू हुआ और मात्र 1 घंटे के भीतर अधिकांश घरों में 5 फुट पानी जमा हो गया.

गजानन मंदिर के सामने ही मीराबाई का घर था जहां वह अकेली रहती थी. बस्ती में ‘प्रेस वाली मामी’ के नाम से चर्चित मीरा को कमोबेश हर व्यक्ति जानता था. जब पानी जमा हो रहा था तब मनोज तिवारी और मोहसिन शेख ने बस्ती में जाकर बाकी साथियों के साथ लोगों की मदद करना शुरू किया. अधिकांश लोग अपने घरों का सामान सुरक्षित करने में लगे हुए थे कि लोगों को मीरा की याद आई. तब तक उनके घर के सामने भी करीब 5 फुट पानी जमा हो गया था. मनोज और मोहसिन ने मनोज ढोमणे के साथ मीरा की खोज शुरू की. घना अंधेरा होने के कारण मोबाइल को पॉलीथिन में डालकर उसका टॉर्च जलाया गया.

अपनी जान जोखिम में डालकर तीनों ने देखा कि मीरा के घर का दरवाजा खुला है और अंदर पूरा पानी भरा हुआ है. जैसे-तैसे भीतर जाने पर देखा कि मीरा का पार्थिव पानी में तैर रहा है. घर का पूरा सामान भी पानी में डूबा हुआ था. सबसे मुश्किल सवाल था कि लाश को बाहर कैसे निकाला जाए. कुछ और साथियों को लेकर एक दूसरे का हाथ पकड़कर तीनों ने अंदर पानी में बह रहे थ्री-सीटर सोफा में लाश को उठाने की युक्ति बनाई. पानी में तैरते हुए एक व्यक्ति ने मीरा के शव को बल्ली के सहारे धक्का दिया.

इस तरह सोफा के साथ तालमेल बिठाकर लाश को उसके ऊपर ले लिया. करीब एक घंटे से ज्यादा समय तक यह कवायद चलती रही. इस दौरान कई बार तीनों डूबते-डूबते भी बचे. जैसे-तैसे लाश बाहर निकाली गई. तब तक सामाजिक कार्यकर्ता प्रमोद सिंह ठाकुर पहुंच गये थे. पुलिस और एनडीआरएफ का दस्ता भी कुछ देर में पहुंच गया. तब तक लाश को पानी से बाहर निकालकर उस स्थान पर रख दिया गया जहां पानी नहीं जमा था. प्रशासन ने बाद में शव को पोस्टमार्टम के लिए मेयो अस्पताल भेज दिया. विधायक विकास ठाकरे ने भी इलाके में पहुंचकर हालात का जायजा लिया.