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    नागपुर. जाति, निवासी, राष्ट्रीयता प्रमाण सहित अन्य प्रमाणपत्र बनाने के लिए मुद्रांक शुल्क की जरूरत नहीं है बावजूद इसके नागरिक स्टैंप पेपर खरीद रहे हैं. जिलाधिकारी आर. विमला ने सभी संबंधित विभागों और नागरिकों को यह ध्यान रखने की अपील की है.

    उन्होंने कहा कि दसवीं-बारहवीं व अन्य परीक्षाओं के रिजल्ट आने के बाद विद्यार्थियों को एफिडेविड, आवश्यक प्रमाणपत्रों के लिए 100 रुपये के स्टैंप पेपर लगाने का चलन नागरिकों में हैं इसलिए या संबंधित सरकारी विभाग द्वारा एफिडेविट व अन्य प्रमाणपत्र 100 रुपये के स्टैंप पर सादर करने की मांग की जा रही है. इसलिए नागरिक बिना कारण स्टैंप खरीद रहे हैं लेकिन इसकी जरूरत ही नहीं है.

    माफ किये गये हैं मुद्रांक शुल्क

    जिलाधिकारी ने बताया कि सभी प्रकार के जाति प्रमाणपत्र, निवासी प्रमाणपत्र, राष्ट्रीयता प्रमाणपत्र व सरकारी कार्यलय व न्यायालय में दाखिल किये जाने वाले अन्य सभी प्रकार के एफिडेविड यानी प्रतिज्ञापत्र पर लगने वाला मुद्रांक शुल्क माफ कर दिया गया है. इसलिए नागरिक स्टैंप की खरीदी नहीं करें.

    उन्होंने संबंधित विभागों की ओर से इस संदर्भ में जनजागृति करने के निर्देश दिये हैं. उन्होंने सभी विभागों को इस संदर्भ में आदेश का पालन करने की सूचना दी है. उन्होंने विद्यार्थियों व नागरिकों से उपरोक्त कार्यों के लिए 100 रुपये के स्टैंप की मांग नहीं करने का निर्देश सभी संबंधित विभागों को दिया है.