नागपुर. हुड़केश्वर में एक नराधम परिवार द्वारा 10 वर्ष की बच्ची को यातनाएं देने का मामला ठंडा भी नहीं हुाआ था कि वाड़ी में एक और घटना सामने आ गई. सौतेले बाप ने 2 बच्चों के शरीर पर सिगरेट के चटके दिए. पूरे शरीर पर चटकों के निशान दिखाई दे रहे हैं. शिकायत मिलते ही वाड़ी पुलिस ने तुरंत आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. पकड़ा गया आरोपी पुरानी बस्ती, वड़धामना निवासी संकेत रमेशराव उत्तरवार (38) बताया गया. पुलिस ने गोंडखैरी निवासी सरस्वती अशोक शेवाले (52) की शिकायत पर मामला दर्ज किया है.
6 वर्ष पहले सरस्वती के बेटे दीपक का विवाह किरण से हुआ था. 6 फरवरी 2023 को घरेलू कारणों की वजह से दीपक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. दीपक की मृत्यु के बाद से किरण अपने 2 बेटे अभय (6) और आदित्य (4) के साथ वड़धामना में रहने चली गई. किरण जिस कंपनी में काम करती है आरोपी संकेत भी वहीं काम करता था. दोनों के प्रेम संबंध बन गए और पति-पत्नी की तरह लिव इन रिलेशनशिप में रहने लगे. अभय और आदित्य आरोपी संकेत को पापा कहकर ही बुलाते थे.
8 सितंबर को एक रिश्तेदार युवक सुमित बच्चों से मिलने उनके घर गया. उसे आदित्य के चेहरे, पेट और पीठ पर जख्मों के निशान दिखाई दिए. सुमित ने सरस्वती को इसकी जानकारी दी. दूसरे दिन सरस्वती अपने पोतों से मिलने किरण के घर गई. जांच करने पर आदित्य के शरीर पर जख्मों कई निशान दिखाई दिए. विश्वास में लेकर पूछताछ करने पर आदित्य ने बताया कि पापा ने उसे सिगरेट के चटके लगाए है. सरस्वती के पैरों तले जमीन खिसक गई. पूछताछ में पता चला कि किरण और संकेत पति-पत्नी की तरह रहते हैं और बच्चे उसे पापा कहकर बुलाते हैं.
सरस्वती ने घटना की जानकारी वाड़ी पुलिस को दी. इंस्पेक्टर प्रदीप रायण्णावार ने तुरंत अपनी टीम को आरोपी के घर पर भेजा. आदित्य के पूरे शरीर पर चटकों के निशान थे. पुलिस ने आरोपी संकेत के खिलाफ धारा 324 और बाल संरक्षण कानून की धारा 75 के तहत मामला दर्ज कर संकेत को गिरफ्तार कर लिया. बड़े बेटे अभय से पूछताछ में पता चला कि संकेत उसे भी सिगरेट और अन्य वस्तुओं से चटके लगाता था. छोटी-छोटी बातों पर उनकी पिटाई करता था. 2 महीने से बच्चे उसकी प्रताड़ना झेल रहे थे.
पुलिस ने संकेत को न्यायालय में पेश किया. अदालत ने उसे 2 दिन की पुलिस हिरासत में रखने के आदेश दिए. संकेत का कहना है कि वह बच्चों को पढ़ाई के लिए टोकता था. कहना नहीं मानने पर उसने यह हरकत की. 2 मासूम बच्चों को इस कदर प्रताड़ित किए जाने से पुलिस भी सकते में है.