Nashik Fire Department
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नासिक: कमर्शियल और रेसिडेन्सियल इमारतों के फायर ऑडिट के काम करने वाले नासिक महानगरपालिका (Nashik Municipal Corporation) के अग्निशमन विभाग (Fire Department) यह भूल गया था कि विभाग में चल रही 13 गाड़ियां एक्सपायर (Vehicles Expired) हो गई हैं। समय समाप्ति के बाद भी विभाग ने राज्य परिवहन विभाग को कर जमा करके पांच वर्ष के लिए अपडेट करने में लापरवाही दिखाई। शहर में आग बुझाने वाला विभाग की एक तरह से आग से खेल रहा है। नासिक महानगरपालिका के शहर में शिंगाडा तलाव में अग्निशमन विभाग का मुख्यालय है। इसके अलावा शहर में सिडको, सातपुर, आडगांव नाका, पंचवटी ऐसे कुल 6 अग्निशमन विभागीय कार्यालय हैं। 

शहर के बढ़ते विस्तार को देखते हुए अग्निशमन विभागीय कार्यालयों का विस्तार बढ़ा है, लेकिन इस विभाग में अब भी कर्मचारियों की संख्या कम ही है। इससे इस विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों को अनेक संकटों का सामना करना पड़ता है और आपदा प्रबंधन का कार्य करना पड़ता है। इस विभाग के पास 13 फायर टेंडर और वाटर ब्राउजर वाहन हैं। ये सभी वाहन कई माह पहले की एक्सपायर हो गए है लेकिन इस विभाग ने एक्सपायर्ड वाहनों के लिए एआरटीओ से उचित विस्तार नहीं लिया। इसके चलते इस विभाग को मौके पर ही बड़े हादसों का सामना करना पड़ सकता है।

22 में से सिर्फ एक अधिकारी कार्यरत

नासिक महानगरपालिका के अग्निशमन विभाग में अधिकारियों के कुल 22 पद स्वीकृत हैं। इसमें से केवल एक अधिकारी संजय बैरागी वर्तमान में कार्यरत हैं और अन्य 21 अधिकारी सेवानिवृत्त हो चुके हैं। अग्निशमन अधिकारी, उप अग्निशमन अधिकारी, मंडल अधिकारी, स्टेशन अधिकारी, उप अधिकारी जैसे विभिन्न अधिकारी संवर्ग स्वीकृत हैं। इन पदों पर भर्ती कब की जाएगी यह सवाल कई बार सिर उठाता है, लेकिन प्रशासन फिर आंख बंद कर लेता है।