Policeman hit couple with vehicle, case registered

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मालेगांव: नौकरी के लिए मालेगांव तहसील (Malegaon Tehsil) की एक महिला द्वारा टीईटी (TET) का बोगस प्रमाणपत्र ( Bogus Certificate) देकर धोखाधड़ी (Fraud) करने का मामला सामने आया है। इसकी प्राथमिक शिक्षाधिकारी भगवान फुलारी ने संबंधित पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करायी है। लगभग दो वर्ष के लंबे अंतराल के बाद संबंधित महिला के खिलाफ कार्रवाई की गई है। टीईटी घोटाला (TET Scam) जहां राज्य में चर्चित है, वहीं नासिक (Nashik) में भी महिला ने शिक्षिका की नौकरी के लिए फर्जी टीईटी प्रमाण-पत्र देकर धोखाधड़ी की। 

शिक्षा विभाग द्वारा प्रमाण-पत्र का सत्यापन करने के बाद यह मामला सामने आया है। वरहाने पाड़ा में रहने वाली शिक्षिका तेजल ठाकरे के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। तेजल ने एक जून, 2017 को जिला परिषद प्राथमिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में नौकरी के लिए फर्जी टीईटी प्रमाण-पत्र दिया था। 

2018 में प्रदेश में टीईटी परीक्षा घोटाला उजागर हुआ

वहीं, 2018 में प्रदेश में टीईटी परीक्षा घोटाला उजागर हो गया और शिक्षकों के टीईटी प्रमाण-पत्रों का सत्यापन किया गया। शिक्षिका तेजल द्वारा जमा किए गए दस्तावेजों की जांच की गई तो वे फर्जी निकले। शिक्षा अधिकारी फुलारी ने बताया कि तेजल ने शिक्षा अधिकारी, प्राथमिक जिला परिषद नासिक को शिक्षिका की नौकरी दिलाने का फर्जी प्रमाण-पत्र जमा कर सरकार से धोखाधड़ी की है। 

पांच अधिकारियों को किया गया था गिरफ्तार

राज्य परीक्षा परिषद ने फरवरी 2021 में संबंधित शिक्षिका का प्रमाण-पत्र फर्जी होने पर कार्रवाई कर रिपोर्ट भेजने का आदेश दिया था। इस मामले में राज्य परीक्षा परिषद के तत्कालीन आयुक्त सुखदेव धेरे और जीएस सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी के तत्कालीन प्रबंध निदेशक अश्विनी कुमार के साथ तुकाराम नामदेव सुपे, तकनीकी सलाहकार अभिषेक सावरकर, संजय शाहूराव सानप को गिरफ्तार किया गया था।