water supply
प्रतिकात्मक तस्वीर

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    नाशिक: नाशिक जिले (Nashik District) में चिलचिलाती गर्मी का प्रकोप दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहा है। इसके चलते जिले की कई तहसीलों (Tehsils) में जल किल्लत (Water Shortage) महसूस की जा रही है। संभावित जल किल्लत से निपटने के लिए जिला प्रशासन (District Administration) ने 8 करोड़ 65 लाख 74 हजार रुपए का प्रस्ताव मंजूर किया है। इस प्रस्ताव में जिले के 579 गांव और 922 वाड़ियों को शामिल किया गया है। 

    गौरतलब है कि नाशिक जिले के ग्रामीण क्षेत्र के कई गांवों में गर्मी के सत्र में जल किल्लत महसूस की जाती है। इसके चलते महिलाओं को पानी के लिए भटकना पड़ता है। जल किल्लत से नागरिक परेशान न हों, इसलिए जिला प्रशासन उपाय योजना के लिए प्रस्ताव तैयार करता है। जिला प्रशासन ने 1 हजार 501 गांवों का प्रस्ताव तैयार किया है, जिसमें गांवों और वाड़ियों में जलापूर्ति करने का नियोजन किया है। इसमें नल योजना, बोरवेल, नल योजना मरम्मत, अस्थाई नल योजना, बोर वेलों की विशेष मरम्मत, कुंआ खुदाई, निजी कुंआ अधिग्रहण, टैंकर या बैलगाड़ी से जलापूर्ति आदि उपाय योजना प्रस्तावित की गई है। 

    निजी कुएं अधिग्रहीत कर 167 टैंकर से जलापूर्ति की जाएगी

    मंजूर किए गए प्रस्ताव के तहत 1 हजार 384 गांव और वाड़ी के लिए योजना बनाई गई है। इसके लिए 8 करोड़ 65 लाख 74 हजार रुपए खर्च अपेक्षित है। बागलाण, चांदवड़, दिंडोरी, इगतपुरी, कलवण, देवला, मालेगांव, नांदगांव, नाशिक, त्र्यंबकेश्वर, निफाड़, पेठ, सुरगाणा, सिन्नर, येवला आदि तहसीलों के गांव और वाड़ियों के लिए प्रमुखता से उपाय योजना की गई है। इसमें 237 बोरवेल, 9 नलों की मरम्मत, 6 विशेष मरम्मत, 31 कुंओं की खुदाई के साथ 232 निजी कुएं अधिग्रहीत कर 167 टैंकर से जलापूर्ति की जाएगी।

    मालेगांव में गंभीर पीने के पानी की समस्या 

    जल किल्लत प्रस्ताव में शामिल 579 गांवों में से सर्वाधिक 120 गांव मालेगांव तहसील के हैं। इसके बाद त्र्यंबकेश्वर तहसील के 70 गांव और 150 वाड़ियां है। सिन्नर तहसील की 429 वाड़ी भी शामिल की गई है। नाशिक तहसील का एक भी गांव और वाड़ी प्रस्ताव में शामिल नहीं है।