File Photo
File Photo

    Loading

    नाशिक : कोरोना (Corona) की तीसरी लहर (Third Wave) का डर बढ़ता जा रहा है। सबसे ऊपर रहने वाला महाराष्ट्र (Maharashtra) भारी संकट का सामना कर रहा है। स्वास्थ्य (Health) की वजह से लंबे समय से अपने कामकाज से दूर रह रहे मुख्यमंत्री (Chief Minister) उद्धव ठाकरे  (Uddhav Thackeray) को अब राज्य (State) के प्रमुख की जिम्मेदारी उपमुख्यमंत्री (Deputy Chief Minister) अजित पवार (Ajit Pawar) या अन्य किसी सहयोगी या आदित्य ठाकरे को सौंप देनी चाहिए और राज्य को इस संकट से बचाना चाहिए।

    बगैर पूर्वकालिक मुख्यमंत्री के राज्य दिशाहीन हो गया है। यह मांग भाजपा प्रदेश महासचिव और   विधायक देवयानी फरांदे ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में की है। उन्होंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को आराम करने की सलाह देते हुए शुभकामनाएं दी है। उन्होंने कहा कि अजित पवार को या राष्ट्रवादी पर विश्वास न हो तो आदित्य ठाकरे को कार्यभार सौंप दे ताकि राज्य को पूर्वकालिक मुख्यमंत्री मिल जाए।

    राज्य का कामकाज स्थिरता से चल सके

    पिछले वर्ष 22 नवंबर को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के सर्वाइकल स्पाइन का ऑपरेशन हुआ था। तभी से पूर्णकालिक मुख्यमंत्री नहीं होने से महाराष्ट्र लावारिस हो गया है और मंत्रिमंडल भटक गई है। पहले से ही कोरोना महामारी का संकट बढ़ रहा है और कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ रही है। बलात्कार, हत्या, डकैती, धोखाधड़ी, भ्रष्टाचार के मामले में दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे है। मुख्यमंत्री अपने स्वास्थ्य के कारण दैनिक कामकाज पर ध्यान नहीं दे सकते है। ऐसी स्थिति में राज्य का भारी नुकसान हो रहा है। लंबे समय तक अनुपस्थित पद  पर अन्य सीनियर सहयोगी को सौंपने की परंपरा रही है। इस पर अमल करने का वक्त आ गया है। इसलिए मुख्यमंत्री यह पद अन्य को सौंपे ताकि राज्य का कामकाज स्थिरता से चल सके।

    राज्य और जिले की कई समस्याएं काफी गंभीर 

    राज्य के कोने कोने में जनता अनगिनत समस्याओं का सामना कर रही है। मुख्यमंत्री घर से बाहर नहीं निकल सकते है। वे मंत्रालय भी नहीं जा पा रहे है। विधिमंडल के अधिवेशन में भी वे शामिल नहीं हो पाए है। इसलिए सरकार दिशाहीन और अनिर्णय की स्थिति में पहुंच गई है। कोरोना समीक्षा बैठक के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को निमंत्रण भेजा था। लेकिन वे स्वास्थ्य की वजह से ऑनलाइन बैठक में भी शामिल नहीं हो पाए। राज्य और जिले की कई समस्याएं काफी गंभीर है। इसके लिए एक पूर्णकालिक मुख्यमंत्री की जरूरत है।