नाशिक. कोरोना (Corona) के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रशासन (Administration) एक बार फिर लॉकडाउन (Lockdown) की फिराक में है, परंतु पहले के लॉकडाउन से कलाकार (Artist) अभी भी आर्थिक समस्या (Financial Problem) में फंसे हुए हैं। ऐसे में एक बार फिर लॉकडाउन न करने की मांग कलाकारों ने सरकार और प्रशासन से की है।
इस बारे में जानकारी देते हुए गायक सुनील देशपांडे ने कहा कि कलाकारों का काम शाम को शुरू होता है, क्योंकि दर्शक दिनभर अपना काम करने के बाद यहां आते हैं। इसके बाद कलाकारों का पेट भरता है। कलाकारों को भूखे रखने वाला लॉकडाउन कभी न लागू हो। प्रशासन बार-बार मंडी को बंद न करे। गायक आशीष रानडे ने कहा कि आज की स्थिति को देखते हुए पूरी तरह से लॉकडाउन होना खतरनाक साबित होगा। सभी को सावधानी बरतनी चाहिए। तभी यह संकट खत्म होगा।
…तो सब कुछ खत्म हो जाएगा
व्यवहार के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए लॉकडाउन सही नहीं है। चित्रकार आनंद ढाकीफले ने कहा कि लॉकडाउन व नियम आवश्यक है। परंतु जो कलाकार कला पर निर्भर हैं, उनके लिए नियम तैयार कर क्लास, नाटक, शूटिंग, प्रयोग को अनुमति देना जरूरी है। वादक मोहन उपासनी ने कहा कि लॉकडाउन न करते हुए प्रशासन को पुलिस बंदोबस्त बढ़ाकर भीड़ को नियंत्रित करने के बाद दशक्रिया विधि, शादी, यात्रा पर पाबंदी लगानी चाहिए। इससे कोरोना का संक्रमण कम होगा। दोबारा लॉकडाउन हुआ तो सबकुछ खत्म हो जाएगा। ईश्वर जगताप ने कहा कि मेरे इवेंट के सभी काम आज भी बंद हैं। इस साल पूरा कामकाज प्रभावित हुआ है, इसलिए दोबारा लॉकडाउन न करें।