नाशिक : पिछले 5 साल से उत्पादन (Production) में गिरावट के कारण अब मिर्च के मुख्य उपज केंद्र नंदुरबार (Nandurbar) में भी मिर्च (Chilli) की उपज कम होने लगी है। मांग के मुकाबले आपूर्ति (Supply) कम होने से एक पखवाड़े में लाल मिर्च के दाम 40 रुपये प्रति किलो बढ़ गए हैं। गर्मी का मौसम शुरु हो गया है। घरों में महिलाओं ने पूरे साल के लिए मिर्च मसाले बनाना शुर कर दिया है।
नतीजतन, मिर्च और मसालों का बाजार फलफूल रहा है। लेकिन मिर्च बाजार में सैकड़ों बोरी लाल मिर्च हैं, लेकिन वे मिर्च की कुल मांग से कम हैं। इसीलिए मिर्च की कीमत जो पिछले महीने 240 रुपये प्रति किलो थी, अब 280 रुपये प्रति किलो है। प्रकृति में बदलाव अब भी सभी फसलों को खराब कर रहा है। इससे सब्जियां भी नहीं बच पाती हैं। पिछले 5 साल से उत्पादन में गिरावट के कारण मिर्च के मुख्य केंद्र नंदुरबार में भी मिर्च की उपज कम हो गई है। लाल मिर्च 2,000 रुपये से 2,500 रुपये प्रति क्विंटल के बीच मिलती है।
इस साल आवक में गिरावट की उम्मीद है। अधिक नुकसान होने के कारण किसान मिर्च की खेती करने से कतरा रहे हैं। लेकिन कारोबारियों का कहना है कि सीजन की शुरुआत में अभी कुछ दिन आवक होगी। मिर्च हर घर में होना उतना ही जरुरी है जितना की नमक। मिर्च के बिना कोई नहीं रह सकता। इसलिए इनके दाम कितने भी बढ़ जाएं, इनकी खपत कम नहीं होगी।