जानें क्यों नाशिक में सोशल मीडिया पर शुरू हुआ युद्ध

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    नाशिक : नाशिक महानगरपालिका (Nashik Municipal Corporation) के आगामी पांच वर्षीय चुनाव (Elections) के लिए 1 फरवरी 22 को राज्य चुनाव आयोग (State Election Commission) के निर्देश के अनुसार, महानगरपालिका प्रशासन (Municipal Administration) ने नाशिक शहर (Nashik City) में कुल 44 वार्डों के ड्राफ्ट (Draft) वार्ड संरचना की घोषणा की। गैर-आरक्षण ढांचे की घोषणा के बावजूद, विभिन्न राजनीतिक दलों के इच्छुक उम्मीदवारों के साथ-साथ इच्छुक निर्दलीय उम्मीदवारों ने सोशल मीडिया (Social Media) पर पोस्ट (Post) करना शुरू कर दिया है कि वे किस निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे।

    इस समय महानगरपलिका चुनाव का माहौल गर्मा गया है और देखा जा रहा है कि इसमें सोशल मीडिया की जंग छिड़ी हुई है। आगामी चुनावों का बिगुल बजने के साथ ही संभावित उम्मीदवारों ने अपने पत्ते खोलने शुरू कर दिए हैं और विज्ञापन के लिए सोशल मीडिया का जमकर इस्तेमाल किया जा रहा है। इससे उन लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा हुए हैं जिन्होंने कोरोना काल में अपने रोजगार गंवा दिए हैं। आने वाले त्योहारों को देखते हुए यह देखा जा रहा है कि कला और ग्राफिक डिजाइन के माध्यम से शुभकामनाएं देने पर जोर दिया जा रहा है। हर सुबह जब मोबाइल चालू होता है, तो व्हाट्सएप में नए समूह बनते हैं और उम्मीदवारों की ओर से शुभकामनाओं की बौछार होती है। इसके अलावा देखने में आ रहा है कि कुछ लोगों ने रिक्शा पर अपने-अपने पोस्टर लगाकर अपना अभियान शुरू कर दिया है। शहर के हर नुक्कड़ पर आगामी मनपा चुनाव को लेकर चर्चा हो रही है।

    नाशिक शहर में इस साल 11 नगरसेवक बढ़ाए गए हैं। इससे पार्षदों की संख्या 122 से बढ़कर 133 हो जाएगी। ऐसा लगता है कि इस साल उम्मीदवारों की संख्या काफी बढ़ गई है। दूसरी ओर, राज्य में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी सत्ता में हैं। इस लिए इन तीनों दलों के कार्यकर्ता अब पूरे जोश में हैं, वहीं दूसरी ओर केंद्र में सत्ताधारी और शहर में 4 में से 3 विधायक रखने वाली और वर्तमान में महानगरपालिका की सत्ता में बैठी भाजपा के कार्यकर्ताओं का जोश भी चरम पर है। इसी तरह, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना 2012 से 2017 तक पांच साल की अवधि के लिए नाशिक महानगरपालिका में सत्ता में रही है, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कार्यकर्ताओं ने भी सख्ती से काम करना शुरू कर दिया है। उनका मानना है मनसे फिर से सत्ता में आएगी। इस पृष्ठभूमि में शहर में राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है और हर दिन नए घटनाक्रम हो रहे हैं। कई बड़े नेताओं ने अभी तक अपने प्रभाग का खुलासा नहीं किया है क्योंकि आरक्षण अभी तक जारी नहीं किया गया है, लेकिन यह समझा जाता है कि आरक्षण की घोषणा के बाद कुछ उम्मीदवार दूसरी पार्टी में जाने की तैयारी कर रहे हैं।