Amit Thackeray

Loading

नासिक. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के नेता अमित ठाकरे (Amit Thackeray) को नासिक टोल प्लाजा (Nashik Toll Plaza) पर रोके जाने के बाद रविवार तड़के मनसे कार्यकर्ताओं (MNS Workers) ने वहां कथित रूप से तोड़फोड़ की। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

अधिकारी ने बताया कि मनसे के संस्थापक राज ठाकरे के पुत्र अमित ठाकरे की कार पर लगे फास्टटैग में कुछ दिक्कत आने के कारण शनिवार रात करीब सवा नौ बजे उन्हें सिन्नार के गोंदे टोल प्लाजा पर कथित रूप से रोका गया था। वह नाशिक जा रहे थे।

मनसे के कार्यकर्ताओं की भीड़ ने रविवार देर रात करीब ढाई बजे टोल प्लाजा पर तोड़फोड़ की और वहां के पदाधिकारी से माफी मंगवायी। घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

इस घटना पर अमित ठाकरे ने कहा, “रात को शिर्डी में साईंबाबा के दर्शन करने के बाद मैं नासिक के लिए निकल गया क्योंकि मुझे नासिक में काम था। मैंने मेरे सुरक्षाकर्मी को मैंने शिर्डी में गेस्ट हाउस ही रुकने के लिए कहा था। समृद्धि राजमार्ग पर नासिक की ओर बढ़ा और सिन्नर के पास एग्जिट गेट पर अपनी कार रोक दी। कार में फास्टैग होने के बाद भी रॉड नीचे आ गई। यह टोल बूथ पर कुछ तकनीकी समस्या थी।

ठाकरे ने कहा, “जब मेरे सहकर्मी ने उनसे फास्टैग के बारे में पूछा, तो उन्होंने हमें बताया कि यहां कुछ समस्याएं हैं। टोल बूथ पर कर्मचारी भी काफी अभद्र थे। इसलिए जब उन्होंने मैनेजर को बुलाया तो वह भी उसी भाषा में बात करता नजर आया। 10-15 मिनट तक इंतजार करने के बाद मुझे वहां से छोड़ दिया गया। जब मैं नासिक के होटल पहुंचा तो मुझे पता चल की टोल प्लाजा तोड़ दिया गया। उन्होंने कहा राज ठाकरे की वजह से 65 टोल बूथ बंद हो गए थे, मेरी वजह से आज एक और जोड़ा गया।

इस मामले में वावी थाने के एक अधिकारी ने बताया, “घटना की जांच की जा रही है और सीसीटीवी आदि की जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। हमें (टोल प्लाजा कर्मचारियों से) कोई शिकायत नहीं मिली है, लेकिन मामला दर्ज करने की प्रक्रिया शुरु कर दी गई है।” (एजेंसी इनपुट के साथ)