Nashik Municipal Corporation
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नासिक: आठ दिन पहले हुई बैठक में नासिक महानगरपालिका प्रशासन (Nashik Municipal Administration)और नासिक पुलिस (Nashik Police) ने टोइंग (Towing) से पहले पार्किंग स्थल की योजना के साथ एक बोर्ड लगाने पर सहमति जताई थी, लेकिन बाद में पुलिस को टोइंग को अस्थायी रूप से निलंबित करने का फैसला करना पड़ा क्योंकि टोइंग से पहले की योजना विफल हो जाने के कारण उसका कोई फायदा नहीं हुआ। पहले भी यह बात सामने आ चुकी हैं कि स्मार्ट सिटी और नासिक महानगरपालिका के कुछ फैसलों की वजह से काम ठप पड़ा है। अब अनियंत्रित वाहन चालकों पर कार्रवाई से पहले पुलिस ‘सीएसआर’ से साइन बोर्ड लगाकर पार्किंग की योजना बनाने जा रही हैं।

राज्य में अधिकांश दुर्घटनाएं नासिक जिले में होती हैं और शहर में यातायात की समस्या भी बड़ी गंभीर हो गई हैं। शहर में वाहन खड़े करने के लिए कोई निर्धारित जगह न होने के कारण सड़कों के किनारे कहीं भी वाहन चालक अपने वाहन लगा देते हैं, इस कारण  पुलिस ने फिर से टोइंग शुरू करने का फैसला किया था। इसी को लेकर सोमवार 22 मई को महानगरपालिका और पुलिस के संबंधित अधिकारियों के साथ आयुक्तालय में बैठक आयोजित की गई। अंडरग्राउंड पार्किंग शुरू करने के साथ ही पार्किंग स्थल और स्पेस की प्लानिंग करने पर जोर दिया जा रहा हैं। 

तैयार की जा रही है 80 जगहों की सूची

पुराने ठेकेदार को टोइंग अनुबंध पूरा होने तक केवल सीमित संख्या में बाधा डालने वाले वाहनों को उठाने लिए कहा गया है। पिछले वर्ष तत्कालीन पुलिस कमिश्नर जयंत नाईकनवरे ने जहां जगह वहां गाड़ी, जगह पर गाड़ी’ की अवधारणा सामने लाई थी। महानगरपालिका की स्मार्ट पार्किंग और भूमिगत पार्किंग की सूची  ‘पे एंड पार्क’ के साथ घोषित करने का निर्णय लिया गया। उन्होंने कहा कि इसके अनुसार 80 जगहों की सूची तैयार की जा रही है।  मनपा के ठेकेदार के मना करने के बाद यह कॉन्सेप्ट भी फेल हो गया है।

टनल की ऊंचाई बढ़ाने का काम शुरू

पूर्व पुलिस कमिश्नर जयंत नाइकनवरे ने मुंबई नाका, द्वारका, इंदिरा नगर क्षेत्र में ट्रैफिक जाम को कम करने की पहल की थी,  उस वक्त पुलिस,  महानगरपालिका, आरटीओ सहित संबंधित एजेंसियों का एक संयुक्त कार्यदल बनाया गया था। मुंबई नाका सर्कल की चौड़ाई कम करने के साथ टनल की ऊंचाई बढ़ाने का काम आगे बढ़ा।

जनता की ओर से दिए गए सुझाव

  • पार्किंग स्थलों पर तख्तियां लगाई जाएं
  • पार्किंग स्थलों की योजना
  • भूमिगत पार्किंग स्थलों की घोषणा की जानी चाहिए
  • प्रतिष्ठानों को पार्किंग उपलब्ध कराने के निर्देश दिए जाएं

यातायात पुलिस की स्थिति (शहर)

  • सभी सड़कें: 2130 किमी
  • राजमार्ग की दूरी: 70 किमी
  • यातायात अधिकारी: 300