Nashik Drugs

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नासिक: पुणे में करोड़ों की मेफेड्रोन (MD) दवाओं का जखीरा मिलने के बाद नासिक पुलिस (Nashik Police) भी फिर से अलर्ट हो गई है और शहर के आसपास के गोदामों की गहन जांच शुरू कर दी है। बंद गोदामों की भी तलाशी शुरू कर दी गई है। पिछले साल शहर में एमडी का बड़ा जखीरा मिलने के बाद हुई देरी से जांच को लेकर सवाल उठाए जाने के बाद सतर्क पुलिस ने अब अपना मोर्चा पान की दुकानों की ओर भी मोड़ दिया है। 

पुणे में करोड़ों रुपये की एमडी ड्रग्स का जखीरा मिलने के बाद नाशिक शहर की पुलिस भी अलर्ट हो गई है। पिछले साल नासिक में एमडी ड्रग्स की दो फैक्ट्रियां मिली थीं। जांच में पता चला है कि ड्रग माफिया ललित पाटिल का इन फैक्ट्रियों से सीधा कनेक्शन है। इसके अलावा नासिक पुलिस ने सोलापुर जाकर 2 एमडी ड्रग फैक्ट्री को नष्ट कर लाखों का स्टॉक जब्त किया है और नासिक में सनी पगारे गैंग का पर्दाफाश किया है। उसके बाद से लगातार ड्रग तस्करों की गिरफ्तारी हो रही है, लेकिन पुणे में हुई कार्रवाई के चलते नासिक पुलिस सतर्क हो गई है। 

पुलिस आयुक्त संदीप कर्णिक के आदेशानुसार शहर पुलिस की विशेष शाखा और थानावार टीमों ने शहर के आसपास के गोदामों की जांच शुरू कर दी है। पुलिस द्वारा इन गोदामों की जांच की जा रही है। साथ ही पुलिस द्वारा बंद गोदामों का भी निरीक्षण किया जा रहा है। विशेष रूप से, शिंदेगांव क्षेत्र की में निजी औद्योगिक जगहों पर नई शुरू की गई रासायनिक और कृषि कंपनियों की भी गहन जांच की जा रही है। इसी तरह सातपुर, अंबड औद्योगिक एस्टेट में स्थित रासायनिक कंपनियों सहित छोटे पैमाने के व्यवसायों की भी पुलिस द्वारा गहन जांच की जा रही है। 

पान की दुकानें भी रडार पर 
यह बात हमेशा चर्चा में रहती है कि शहर के कुछ दुकानों पर प्रतिबंधित गुटखा और नशीली दवाएं बेची जा रही हैं। जिसके अनुसार आयुक्त ने अपना मोर्चा शहर पान दुकानों की ओर मोड़ दिया है। थाना पुलिस के अनुसार संभावना है कि पान की दुकानों की जानकारी जुटाने के बाद पुलिस द्वारा इन पान दुकानों की जांच की जाएगी। पुलिस की इस कार्रवाई से पंतप्रिया वाहन चालकों में हड़कंप मच गया है।