Nashik Municipal Corporation
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नासिक: डिविजनल कमिश्नर राधाकृष्ण गमे (Divisional Commissioner Radhakrishna Gamay) के पास नासिक महानगरपालिका (Nashik Municipal Corporation) के प्रभारी कमिश्नर का कार्यभार है। उन्होंने महानगरपालिका के अधिकारी-कर्मचारियों को अनुशासन के तहत काम करने के लिए कामकाज शुरू किया है। उन्होंने 14 लेटलतीफी करने वाले अधिकारी और कर्मचारियों पर कार्रवाई करते हुए एक दिन का वेतन कटवा (One Day Salary Cut) दिया है।  लेटलतीफी में अतिक्रमण उपायुक्त करुणा डहाले, नगर रचना सहायक संचालक कल्पेश पाटिल, शिक्षाधिकारी सुनीता धनगर, सहायक वैद्यकीय अधिकारी डॉ. आवेश पलोड आदि शामिल हैं। 

गौरतलब है कि महानगरपालिका के नियमित कमिश्नर डॉ. चंद्रकांत पुलकुंडवार मसूरी में प्रशिक्षण के लिए गए हैं। इसके बाद इसका अतिरिक्त पदभार डिविजनल कमिश्नर राधाकृष्ण गमे को सौंपा गया है। गमे ने विभाग प्रमुखों की बैठक बुलाई। इस दौरान अतिक्रमण का विषय चर्चा के लिए आने के बाद उपायुक्त करुणा डहाले को बुलाया, लेकिन वह नहीं आईं। तीसरी बार बुलाने के बाद वह पहुंचीं। लेट होने की वजह उन्होंने समय पर मैसेज नहीं मिलना बताया। 

की गई सीसीटीवी फुटेज की जांच

सीसीटीवी फुटेज जांच करने के बाद पता चला कि डहाले महानगरपालिका मुख्यालय में 11.13 बजे पहुंचीं। डहाले के झूठ बोलने की बात स्पष्ट हो गई। इसलिए उनका एक दिन का वेतन काट दिया गया है। इसके बाद सभी अधिकारी-कर्मचारियों की जांच की गई। तब सहायक वैद्यकीय अधिकारी डॉ. आवेश पलोड सहित 14 कर्मचारी कार्यालय में मौजूद नहीं थे। इसमें नगर रचना विभाग के सहायक संचालक कल्पेश पाटिल, शिक्षाधिकारी सुनीता धनगर सहित अन्य शामिल हैं। इन सभी का एक दिन का वेतन काटा गया है।