बारिश से धान की भी फसल जमींदोज

  • विधायक खोसकर ने किया निरीक्षण दौरा

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इगतपुरी. इगतपुरी तहसील में करपा, मावा और तुत्तुदे जैसे रोगों के कारण धान की खड़ी फसल बर्बाद हो गई है. जबकि किसान नुकसान के पंचनामे की प्रतीक्षा कर रहे हैं. बुधवार को आधी रात को आए तूफान व बारिश में धान की फसल भी नष्ट हो गई है. इस पृष्ठभूमि के खिलाफ, इगतपुरी के विधायक हिरामन खोसकर ने शुक्रवार को इगतपुरी तहसील में वाडिव-ही, संजेगांव, मुरंबी, नंदरगांव, अहुरली, नागोसली, वैतरणा, के-होल, रेयाम्बे, कवनई, खंबले आदि गांवों का दौरा किया.

उनके साथ तहसीलदार परमेश्वर कासुले, समूह विकास अधिकारी डॉ. लता गायकवाड़, सहायक समूह विकास अधिकारी भारत वेंडे, तहसील के कृषि अधिकारी शीतल कुमार तंवर, सभी मंडल अधिकारी, तलाठी के साथ-साथ राकां के राज्य सचिव एड. संदीप गुलवे, जिला परिषद सदस्य उदय जाधव, घोटी कृषि उपज मंडी समिति के उपाध्यक्ष गोरख बोडके, कांग्रेस के तहसील अध्यक्ष रामदास ढांडे, राकां के तहसील के अध्यक्ष बालासाहेब गढ़वे, पूर्व अध्यक्ष गोपाल लंगे, बालासाहेब कुकड़े आदि उपस्थित थे. 

किसानों ने की मुआवजा दिलाने की मांग

इस समय उन्होंने संजगांव और आसपास के क्षेत्रों के धान के खेतों का दौरा किया. जैसा कि सभी क्षेत्रों में नुकसान देखा जा रहा है. किसानों ने विधायक खोसकर से मुआवजे की मांग की है.  खोसकर ने बताया कि हमने सरकार को लिखा है और धान की खेती के नुकसान को देखते हुए, हम तुरंत सरकार के साथ मिलकर किसानों को नुकसान की भरपाई देने का प्रयास कर रहे हैं. इस समय पंचायत समिति सदस्य कौशल्याबाई करवंदे, संजीगांव सरपंच नीता गोवर्धन, उप सरपंच माचिन्द्र गोवर्धन, मुरंबी सरपंच बापू मेट, दिलीप चौधरी, बालासाहेब लंगड़े, दत्तू मेट, रमेश गोवर्धने, रामदास गायक, संतोष मते, शान्ति मेट, जयराम मोंढे और अन्य किसान उपस्थित थे.