सड़कें बन गईं तालाब, घरों में घुस रहा गटर का पानी, नासिक वासियों की सेहत से खिलवाड़

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    नाशिक : पिछले कुछ दिनों से शहर में झमाझम बारिश (Rain) हो रही है। गंगापुर बांध (Gangapur Dam) से पानी छोड़ने के बाद गोदावरी नदी (Godavari River) में बाढ़ आ गई है। महानगरपालिका प्रशासन (Municipal Administration) की ओर से बारिश पूर्व कामकाज करने के बाद भी नागरिकों के मकान और दूकानों में गटर का पानी (Drain Water) घुस रहा है, जिसे निकालते-निकालते नागरिक पसीना-पसीना हो रहे है। अस्वच्छता के माहौल से नाशिकवासियों के स्वास्थ्य पर विपरीत परिणाम हो रहा है। शहर की अधिकतम सड़क धंस चुकी है। साथ ही कुछ सड़कें तालाब बन गई है तो कुछ सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए है। इन सड़कों से आवाजाही करना वाहन चालकों को जानलेवा साबित हो रहा है। क्योंकि कई छोटी-बड़ी सड़क दुर्घटनाएं हो रही है। इसके चलते नाशिकवासी बेहाल हो गए है।  

    दूसरी ओर महानगरपालिका कमिश्नर और प्रशासक रमेश पवार शहर परिसर का दौरा कर कर रहे है, लेकिन स्थिति में कोई सुधार नहीं हो रहा है। इसके चलते उनकी कार्य क्षमता पर अब सवाल उठ रहे है। तो कुछ नागरिकों ने कहा, महानगरपालिका कमिश्नर केवल फोटो सेशन के लिए ही दौरा कर रहे है। बता दे कि बारिश शुरू होने के बाद मकान और दूकानों में गटर का पानी घुसना, परिसर तालाब में तब्दील होना, सड़क धंसना, सड़कों पर गड्ढे निर्माण होना, पेड़ गिरना आदि समस्याओं का नागरिक सालों से सामना कर रहे है। इन समस्याओं से नागरिकों को राहत दिलाने के लिए हर साल महानगरपालिका प्रशासन की ओर से बारिश पूर्व कामकाज किया जाता है, लेकिन इसका कोई लाभ नहीं होता है। 

    नागरिक कर रहे हैं कई शिकायत 

    इस साल मुंबई में कार्य करने वाले रमेश पवार नाशिक महानगरपालिका के कमिश्नर और प्रशासक बनें। उनके अनुभव को देख नागरिकों को इस साल बारिश के दौरान होने वाली समस्याओं का सामना न करने की अपेक्षा जताई जा रही थी। पूरा शहर महानगरपालिका कमिश्नर रमेश पवार के हाथ में होने के बाद भी नागरिकों को इस साल भी बारिश में होने वाली समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। नागरिक कई शिकायतें कर रहे है। महानगरपालिका कमिश्नर जानकारी मिलने के बाद शहर परिसर का दौरा भी कर रहे है, लेकिन समस्या जस की तस है। कुल मिलाकर पहले के कमिश्नर की तरह विद्यमान कमिश्नर रमेश पवार भी फोटो सेशन में व्यस्त दिखाई दे रहे है। इसके चलते उनकी कार्य क्षमता पर अब सवाल उठ रहे है, जो अपने आप में एक बड़ी बात है। नागरिक टैक्स अदा न करने पर महानगरपालिका प्रशासन कार्रवाई करती है, लेकिन नागरिकों को असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में महानगरपालिका कमिश्नर को जिम्मेदार मानते हुए उन पर कार्रवाई करने की मांग नागरिक कर रहे है। इस कार्रवाई से बचने के लिए महानगरपालिका कमिश्नर रमेश पवार ने जल्द से जल्द नागरिकों की समस्याओं को हल करना अनिवार्य है।