नाशिक में खतरनाक इमारत खाली करने की प्रक्रिया शुरू

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    नाशिक : शहर में पिछले एक सप्ताह से भारी वर्षा हो रही है। इस वर्षा के कारण खतरनाक इमारतें (Dangerous Buildings) गिरने का सिलसिला शुरू हो गया है, इसी बात को ध्यान में रखते हुए खतरनाक इमारतों, बाड़ों को खाली करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस वर्ष प्रशासन ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए सीधे कार्रवाई (Action) की चेतावनी देते हुए खतरनाक इमारतों के मालिकों नोटिस (Notice) भी जारी किया है। महानगरपालिका प्रशासन (Municipal Administration) ने खतरनाक इमारतों के गिरने के भय से ऐसी इमारतों के मालिकों से कहा है कि वे समय रहते अपने घरों को खाली कर दें। अब तक छह खतरनाक बैरक खाली भी कराया जा चुका है।

    1117 खतरनाक संपत्तियों को नोटिस जारी

    महानगरपालिका कमिश्नर ने विभागीय अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में खतरनाक घरों को खाली कराने और उनके पानी- बिजली का कनेक्शन काटने के लिए तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। शहर के सभी छह संभागों में महानगरपालिका प्रशासन ने 1117 खतरनाक संपत्तियों को नोटिस जारी किया है। मानसून की शुरुआत के बाद से ही बागवानपुरा और पुराने नाशिक क्षेत्र के अन्य हिस्सों में कुल तीन खतरनाक घर ढह गए हैं। इस पृष्ठभूमि में महानगरपालिका प्रशासन ने एहतियात के तौर पर छह और खतरनाक घरों को खाली कराने के लिए तत्काल कार्रवाई की। 

    कोई कार्रवाई नहीं हो रही

    महानगरपालिका कमिश्नर और प्रशासक रमेश पवार, नगर नियोजन के कार्यपालक अभियंता संजय अग्रवाल और विभागीय अधिकारियों के मार्गदर्शन में कार्रवाई की गयी है। नाशिक महानगरपालिका ने मानसून की पूर्व संध्या पर शहर में खतरनाक इमारतों और उच्च जोखिम वाली इमारतों को नोटिस जारी किया था। कुल 1117 लोगों को सीधा नोटिस जारी किया गया है और उसके एक महीने बाद दूसरा नोटिस जारी किया गया, इसके परिणाम स्वरूप खतरनाक इमारतों और मकान मालिकों ने न केवल घर खाली करने के लिए खुद कार्रवाई की है, बल्कि उन्होंने पानी के मीटर और पानी के पाइप भी काटने शुरू कर दिए हैं। नाशिक शहर क्षेत्र में विशेषता पुराने नाशिक के साथ-साथ पंचवटी, गंगाघाट क्षेत्र में पुराने किले पहले ही हर मानसून में ध्वस्त हो चुके हैं। कई मामलों में जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। पुराने नाशिक और गंगा घाट क्षेत्र किसानो और जमींदारों के बीच विवाद के कारण जर्जर स्थिति में हैं, उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है, लेकिन महानगरपालिका कमिश्नर की भूमिका के चलते शहर की यह पुरानी और गंभीर समस्या दूर होगी, ऐसा विश्वास लोगों में है।