Ankush Shinde

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नासिक: शहर में हो रही हत्या और जानलेवा हमले जैसी घटनाओं को रोकने के लिए नासिक के पुलिस कमिश्नर अंकुश शिंदे (Nashik Police Commissioner Ankush Shinde) ने एक बड़ा निर्णय लिया। इसके तहत धारदार हथियार (Sharp Weapons) बिक्री करने वालों को निर्देश दिए गए हैं कि वे बिना आधार कार्ड (Aadhaar Card) के किसी को भी धारदार हथियार न दें। ऐसी घटना सामने आने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। 

पिंपरी-चिंचवड़ के बाद अब नासिक में भी धारदार हथियारों की बिक्री करने के लिए आधार कार्ड की सख्ती की गई हैं। अब हत्या और जानलेवा हमले में धारदार हथियारों के उपयोग पर लगाम लगने की संभावना व्यक्त की जा रही है। 

शहर में बढ़ रही आपराधिक घटनाएं

गौरतलब है कि शहर में हत्या, हत्या का प्रयास, साहसी चोरी, मारपीट जैसे मामले दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं। इन घटनाओं में कोयता सहित अन्य हथियारों के उपयोग हो रहे हैं। गैरकानूनी रूप से कोयता सहित धारदार हथियारों की बिक्री करने वालों से आपराधिक घटनाएं बढ़ गई हैं। इसलिए धारदार हथियार बेचते समय आधार कार्ड की सख्ती पुलिस कमिश्नर अंकुश शिंदे ने की है। फिर भी ऐसी घटना सामने आने पर संबंधितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

नाबालिग भी दे रहे आपराधिक घटनाओं को अंजाम

शहर में पिछले कुछ सप्ताह से सशस्त्र हमलों का सिलसिला शुरू है। इन प्रकरणों की पुलिस जांच की है। परंतु ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रतिबंधक उपाय योजना भी महत्वपूर्ण है। देखा जाए तो कोयता, तलवार सहित अन्य धारदार हथियार आसानी से उपलब्ध होने से नाबालिग भी आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं, जिसे रोकने के लिए सख्त कार्रवाई आवश्यक है, परंतु ऐसे अपराधियों को राजनीतिक मदद बंद होनी चाहिए। तभी यह प्रयास सफल हो पाएगा।

कोयता सहित अन्य धारदार हथियारों की बिक्री को लेकर सख्त निर्णय लिए गए हैं। इसका उल्लंघन करने पर संबंधितों के खिलाफ शस्त्र अधिनियम के अंतर्गत कार्रवाई की जाएगी। पुलिस आयुक्तालय की सीमा में हथियार बिक्री करने वालों की प्रभारी निरीक्षकों की टीम खोज करेगी। इसके बाद वह अपनी रिपोर्ट पेश करेगी।

-अंकुश शिंदे, पुलिस कमिश्नर, नासिक