Water problem of 41 villages of drought area will be solved, the plan got approval
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    येवला : नाशिक जिले (Nashik District) के सूखाग्रस्त क्षेत्रों (Drought Areas) में येवला तहसील के राजापुर सहित 41 गांवों को आखिरकार महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण (Maharashtra Life Authority) के मुख्य अभियंताओं (Chief Engineers) से तकनीकी स्वीकृति मिल गई है। इसलिए योजना (Scheme) में आ रही एक बड़ी बाधा को दूर कर प्रशासनिक स्वीकृति के लिए प्रस्ताव शासन के पास भेज दिया गया है।

    एनसीपी के येवला विधानसभा अध्यक्ष और येवला मार्केट कमेटी के प्रशासक अध्यक्ष वंसत पवार ने बताया कि इस योजना के लिए आवश्यक धन और अन्य पूरक मामलों के लिए मंत्री छगन भुजबल इस पर नजर रखे हुए हैं। येवला तहसील लगातार सूखे से ग्रस्त रहा है। इन गांवों को टैंकरों से पानी आपूर्ती से मुक्त कराने के प्रयास किए जा रहे हैं। राजापुर सहित 41 ग्राम क्षेत्रीय जलापूर्ति योजना और धुलगांव सहित 18 ग्राम क्षेत्रीय जलापूर्ति योजना से इस क्षेत्र में पानी की समस्या का समाधान होने की संभावना है। वसंत पवार ने कहा कि सुभाष भुजबल, मुख्य अभियंता, महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण ने हाल ही में जलजीवन मिशन के तहत सूखा प्रवण और सूखा प्रवण क्षेत्रों में राजापुर सहित 41 गांवों के लिए तकनीकी स्वीकृति दी है। शासन को प्रशासनिक स्वीकृति के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। इसके लिए मंत्री भुजबल ने संबंधित अधिकारियों के साथ समीक्षा कर प्रस्ताव के लिए आवश्यक सभी मामलों की लगातार समीक्षा की है। योजना के लिए अभी तक राशि स्वीकृत नहीं हुई है। इस योजना के लिए तकनीकी रूप से 162.33 करोड़ रुपये के बजट को मंजूरी दी गई है।

    पानी कहां से आएगा ?

    इस जलापूर्ति योजना के लिए नांदुर माधमेश्वर बांध से पानी पंप किया जाएगा। गोदावरी सिंचाई विकास निगम, औरंगाबाद की कार्यपालक निदेशक किरण कुलकर्णी ने इसके लिए 3.737 गैलन पानी के आरक्षण का प्रस्ताव प्रस्तुत किया है। मंत्री छगन भुजबल द्वारा इस प्रस्ताव को मंजूरी दिलाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके अलावा, जिला कलेक्टर द्वारा जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को पालक मंत्री के निर्देश के अनुसार। निजी बातचीत के माध्यम से पवार ने कहा कि वह इस प्रस्ताव के लिए भी लगातार प्रयास कर रहे हैं।

    इन गांवों को फायदा होगा 

    क्षेत्रीय जलापूर्ति योजना में राजापुर, ममदापुर, रेंडाले, अंगुलगांव, डोंगरगांव, देवदरी, खरवंडी, राहडी, पिंपलखुटे, पन्हालसाठे, वाघले, अहेरवाड़ी, कोलम खुर्द, पंजरवाड़ी, जायदरे, हडपसावरगांव, वाईबूथी, खामगांव, देवगांव, अडसुरेगांव, धमनखेड़े शामिल हैं। लाहित, गोरखनगर, वसंतनगर, चांदगांव, बायखेड़ा, कोलम बू, कोलगांव, कुसमाड़ी, नायगव्हाण खिर्डीसाठे, महलगांव, गणेशपुर, कासारखेड़े, दुगलगांव बोकटे और पन्हालसाठे से ग्रेविटी द्वारा सभी गांवों में पानी की आपूर्ति की जाएगी। येवला तहसील में 38 गांव क्षेत्रीय जल आपूर्ति योजना में अन्य गांवों को जोड़ने से इस योजना पर अतिरिक्त बोझ पड़ा है। मंत्री छगन भुजबल ने धुलगांव समेत कुछ गांवों और क्षेत्रीय जलापूर्ति योजना में 17 गांवों को भी इस योजना में शामिल करने के निर्देश दिए हैं। जिसके अनुसार इस योजना का अनुमोदन कार्य भी प्रगति पर है। इस योजना के लिए 58.81 करोड़ रुपये का कोष प्रस्तावित किया गया है। बताया गया कि इस योजना की स्वीकृति के लिए फालोअप भी किया जा रहा है।