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File Photo/ (Representative Image)

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    पुणे : पुणे पुलिस ने क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (आरटीओ) से एक करोड़ रुपए की फिरौती (Ransom) मांगने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार (Arrested) किया है। आरटीओ अधिकारियों (Rto Officials) को धमकाने के लिए धमकी भरे ईमेल (E-mail) भेजकर संविधान का अपमान करने का भी खुलासा किया गया है। इस मामले में सचिन काशीनाथ गव्हाने (राजगुरुनगर निवासी) को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही उसकी पत्नी के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी अजीत शिंदे ने बंडगार्डन पुलिस स्टेशन (Bundgarden Police Station) में शिकायत दर्ज कराई है।

    घटना 2019 की 

    पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, आरोपी सचिन गव्हाने के भाई समीर ने उप क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय पिंपरी-चिंचवड में आवेदन दिया था। उसने सचिन के नाम से दस्तावेजों पर हस्ताक्षर कर जमा किए थे। उसने सचिन के नाम का ट्रक विशाल टावरे को दे दिया था। सचिन ने तब भोसरी एमआईडीसी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी। समीर गव्हाने और तत्कालीन सहायक परिवहन अधिकारी सुबोध मिर्चीकर, क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय के अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। यह घटना 2019 की है। पुलिस ने तब जांच की और चार्जशीट भेजने की अनुमति के लिए परिवहन आयुक्त, मुंबई को एक प्रस्ताव प्रस्तुत किया जोकि लंबित है। 

    एक करोड़ रुपए जमा कर मुझे दें

    आरोपी सचिन ने विभिन्न कार्यालयों में शिकायत प्रपत्र भेजना शुरू कर दिया। उसने परिवहन अधिकारी को एक ईमेल भेजकर कर्मचारी के खिलाफ आरोपपत्र दायर करने की शीघ्र अनुमति मांगी थी। पिछले साल वह क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय के अधिकारी अजीत शिंदे के कार्यालय आया था। उसने उनसे कहा कि मैं शिकायत करना बंद कर देता हूं, आप अपने अधिकारियों और कर्मचारियों से एक करोड़ रुपए जमा कर मुझे दें, यह मांग भी की है। शिंदे ने गव्हाने को नजरअंदाज कर दिया। इसके बाद उसने समझौता के तौर पर 85 लाख रुपए की मांग की। शिंदे ने उसे भी ठुकरा दिया। फिर 1 जून को शिंदे के साथ-साथ अन्य सरकारी कार्यालयों को एक ईमेल भेजा गया। इसमें उन्होंने संविधान के बारे में अपमानजनक टिप्पणी की थी। इस ईमेल में शिंदे के बारे में मानहानिकारक टेक्स्ट था। इसके बाद त्रस्त होकर शिंदे ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।